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covishield वैक्सीन लेने वालों को कितना खतरा? दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने माना खतरा; क्या है साइड इफेक्ट्स

वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने पहली बार स्वीकार किया कि कोविशील्ड जैसे ब्रांड के तहत बेची जाने वाली उसकी कोरोनारोधी वैक्सीन का दुष्प्रभाव हो सकता है। टीटीएसथ्रोम्बोसिस थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) में मस्तिष्क या अन्य रक्त वाहिकाओं में थक्का जम जाता है। रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है। टीटीएस जानलेवा हैं। इससे मस्तिष्क को नुकसान पहुंचने फेफड़े में रक्त प्रवाह बाधित होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

By Agency Edited By: Nidhi Avinash Published: Tue, 30 Apr 2024 11:45 PM (IST)Updated: Tue, 30 Apr 2024 11:45 PM (IST)
एस्ट्राजेनेका ने मानी वैक्सीन से खून का थक्का जमने के खतरे की बात (Image: ANI)

पीटीआई, लंदन। वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने पहली बार स्वीकार किया कि कोविशील्ड जैसे ब्रांड के तहत बेची जाने वाली उसकी कोरोनारोधी वैक्सीन का दुष्प्रभाव हो सकता है। कंपनी ने ब्रिटेन के हाई कोर्ट को सौंपे दस्तावेज में स्वीकार किया है कि वैक्सीन लेने के बाद खून के थक्के जमने और प्लेटलेट की संख्या घटने संबंधी दुष्प्रभाव का खतरा रहता है।

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ब्रिटेन के अखबार 'द डेली टेलीग्राफ' की रिपोर्ट के अनुसार फरवरी में लंदन हाई कोर्ट को सौंपे दस्तावेज में एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया कि कोरोना से बचाने के लिए आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ विकसित उसकी वैक्सीन थ्रोम्बोसिस थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) का कारण बन सकता है। हालांकि, यह दुष्प्रभाव दुर्लभ मामलों में होता है।

दुर्लभ मामलों में रक्त के थक्के जमा सकती है वैक्सीन

एस्ट्राजेनेका की वैक्सजेवरिया वैक्सीन भारत में सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (एसआइआइ) कोविशील्ड नाम से बनाती है। एसआइआइ ने इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। अखबार ने दस्तावेज के हवाले से कहा, स्वीकार किया गया है कि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन दुर्लभ मामलों में रक्त के थक्के जमा सकती है और प्लेटलेट की संख्या को घटा सकती है, लेकिन इसका कारण अज्ञात है। यह दुष्प्रभाव एस्ट्राजेनेका टीका (या कोई अन्य टीका) नहीं लगाने की स्थिति में भी देखने को मिल सकता है।

ब्रिटेन में चल रहा मुकदमा

गौरतलब है कि एस्ट्राजेनेका पर आरोप है कि उसकी वैक्सीन के कारण लोगों को मौतें हुई हैं। इस मामले में कंपनी पर ब्रिटेन में मुकदमा चल रहा है। मुकदमा दायर करने वालों की ओर से पेश हुए वकीलों ने कहा कि वे या उनके प्रियजन, जिन्होंने एस्ट्राजेनका टीका लगवाया है, उनमें दुर्लभ लक्षण पाया गया है। वैक्सीन लेने के बाद खून के थक्के जमने और प्लेटलेट की संख्या को घटने संबंधी दुष्प्रभाव हुआ है।

वैक्सीन के दुष्प्रभाव को लेकर एस्ट्राजेनेका यूके लिमिटेड के खिलाफ ब्रिटेन के उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत क्षतिपूर्ति के लिए अदालत में मुकदमा दायर किया गया है। वादियों का प्रतिनिधित्व ला कंपनी ली डे कर रही है।

टीके के कारण मौतें हुईं या शरीर को नुकसान पहुंचा

ला फर्म में साझेदार सारा मूर ने कहा, सभी वादियों के पास मृत्यु प्रमाण पत्र या मेडिकल साक्ष्य हैं जो इसकी पुष्टि करते हैं कि टीके के कारण मौतें हुईं या शरीर को नुकसान पहुंचा, लेकिन एस्ट्राजेनेका को यह स्वीकारने में एक साल लग गया कि उसकी वैक्सीन ने नुकसान पहुंचाया।

वादियों का कहना है कि एस्ट्राजेनेका टीका सुरक्षा मानदंडों पर खरा उतरने में नाकाम रही। हालांकि, ब्रिटिश-स्वीडिश बहुराष्ट्रीय कंपनी एस्ट्राजेनेका ने इन दावों से इन्कार किया है। एस्ट्राजेनेका ने कहा, हमारी सहानुभूति उन लोगों के प्रति है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है या जिन्हें स्वास्थ्य समस्याएं हुई हैं।

टीटीएस कैसे और क्यों?

एस्ट्राजेनेका का कहना है कि टीके से संबंधित जानकारी अप्रैल 2021 में ब्रिटेन के नियामक की मंजूरी के साथ अपडेट की गई थी, जिसमें इस आशंका को शामिल किया गया था कि एस्ट्राजेनेका-आक्सफोर्ड टीका बहुत ही दुर्लभ मामलों में टीटीएस का कारण बन सकता है।

क्या है टीटीएस?

टीटीएसथ्रोम्बोसिस थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) में मस्तिष्क या अन्य रक्त वाहिकाओं में थक्का जम जाता है। रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है। प्लेटलेट्स छोटी कोशिकाएं होती हैं जो रक्त को जमने में मदद करती हैं, इसलिए इनका बहुत कम होना खतरनाक हो सकता है। यह समस्या उन लोगों में देखी गई, जिन्हें वैक्सजेवरिया, कोविशील्ड (एस्ट्राजेनेका) और जानसन एंड जानसन वैक्सीन जैसे एडेनोवायरल वेक्टर कोविड-19 वैक्सीन दी गई थी।

क्या होते है लक्षण?

प्रतीत होता है कि वैक्सीन लगवाने के बाद शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली एंटीबाडी बनाती है। यह एंटीबाडी रक्त के थक्के जमने में शामिल प्रोटीन को नुकसान पहुंचाता है। टीटीएस जानलेवा हैं। इसके कारण दिल का दौरा पड़ सकता है। मस्तिष्क को नुकसान पहुंचने, फेफड़े में रक्त प्रवाह बाधित होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके लक्षणों में गंभीर सिरदर्द, पेट दर्द, पैरों में सूजन, सांस लेने में परेशानी और सोचने में समस्या या दौरे पड़ना शामिल हो सकते हैं।

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