1000 साल पुराने, फिर भी अडिग: ये हैं भारत के रहस्यमयी और भव्य मंदिर; एक बार जरूर करें दर्शन
बिना नींव के खड़ा विशाल शिखर हो या एक ही चट्टान काटकर बना मंदिर भारत के ये 6 प्राचीन धाम नई टेक्नोलॉजी को चुनौती दे रहे हैं। हजारों साल पुराने इन मंदि ...और पढ़ें

भारत के इन 6 प्राचीन मंदिरों में छिपे हैं कई चमत्कार (Picture Credit - Canva)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। भारत की धरती सिर्फ सभ्यताओं की जननी ही नहीं, बल्कि आस्था और चमत्कारों की मिसाल भी है। यहां ऐसे कई मंदिर हैं, जो हजार साल से भी ज्यादा पुराने होने के बावजूद आज भी लोगों को हैरान कर देते हैं। इन मंदिरों की भव्यता और दिव्यता की चर्चा पूरी दुनिया में होती है।
हालांकि, इन मंदिरों से जुड़ी मान्यताएं, उनकी अद्भुत बनावट और वहां घटने वाले अनुभव श्रद्धालुओं को किसी चमत्कार से कम नहीं लगते। यहीं कारण है कि इन मंदिरों को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। ऐसे में आप भी इन 6 अद्भुत प्राचीन मंदिरों के दर्शन के लिए जरूर जाएं।
मीनाक्षी अम्मन मंदिर

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तमिलनाडु का मीनाक्षी अम्मन मंदिर सिर्फ भव्य मूर्तियों के लिए नहीं, बल्कि यहां की सकारात्मक ऊर्जा के लिए भी जाना जाता है। मान्यता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई मुरादें जरूर पूरी होती हैं। बता दें कि यह मंदिर 2000 साल से भी ज्यादा पुराना माना जाता है।
लिंगराज मंदिर

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भारत के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक लिंगराज मंदिर है, जो भगवान हरिहर को समर्पित है। यह मंदिर भुवनेश्वर शहर के मध्य में स्थित है और इस शहर को भारत के "मंदिरों का शहर" के रूप में भी जाना जाता है।
कैलाश मंदिर

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महाराष्ट्र के एलोरा गुफाओं में स्थित कैलाश मंदिर, दुनिया का एकमात्र मंदिर है, जो एक ही विशाल चट्टान को ऊपर से नीचे काटकर बनाया गया है। यह न सिर्फ धार्मिक स्थल है, बल्कि इंजीनियरिंग का चमत्कार भी है।
विरुपाक्ष मंदिर

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विरुपाक्ष मंदिर कर्नाटक के हम्पी में स्थित है, जिसका निर्माण 7वीं शताब्दी में हुआ था। यह मंदिर हजारों साल पुराना होने के बावजूद काफी सुंदर है। यहां भगवान शिव के विरुपाक्ष रूप की पूजा की जाती है। इस मंदिर की एक अनोखी विशेषता यह है कि यहां का शिवलिंग दक्षिण की ओर झुका हुआ है।
शोर मंदिर

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हजारों साल पुराना ऐतिहासिक शोर मंदिर बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 8वीं शताब्दी में पल्लव वंश के राजा नरसिंहवर्मन द्वितीय द्वारा करवाया गया था। यहां पर लोग दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैं।

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