Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सप्ताह में चार घंटे एक्सरसाइज से कम हो सकता है Fatty Liver, स्टडी में सामने आई यह बात

    फैटी लिवर एक गंभीर समस्या है जिसमें लिवर में एक्स्ट्रा फैट जमा होने लगता है। फैट बढ़ने की वजह से लिवर को नुकसान पहुंचने लगता है। अगर लंबे समय तक यह समस्या रह जाए तो लिवर सिरोसिस का खतरा भी रहता है। एक स्टडी में पता चला है कि 4 घंटे की एक्सरसाइज से फैटी लिवर को कम करने में मदद (Fatty Liver Reduction tips ) मिल सकती है।

    By Jagran News Edited By: Swati Sharma Updated: Tue, 04 Mar 2025 04:50 PM (IST)
    Hero Image
    Fatty Liver कम करने में मदद करेगी एक्सरसाइज (Picture Courtesy: Freepik)

    नई दिल्ली, पीटीआई। हर सप्ताह ढाई से चार घंटे एक्सरसाइज- जैसे साइकलिंग या जॉगिंग करने से फैटी लिवर 30 प्रतिशत तक कम (Fatty Liver Reduction tips) हो सकता है। एशियन पैसिफिक एसोसिएशन फार द स्टडी आफ द लिवर (एपीएएसएल) की स्टडी (Fatty liver research study) में यह बात सामने आई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एक-चौथाई आबादी फैटी लिवर का शिकार

    अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण फैटी लिवर बीमारी तेजी से बढ़ रही है। यह बीमारी लिवर में फैट जमा होने से होती है। दुनिया की लगभग एक चौथाई से ज्यादा आबादी को इस बीमारी ने अपनी चपेट में ले रखा है। फैटी लिवर से लिवर में सूजन, लिवर सिरोसिस, लिवर कैंसर हो सकता है।

    फैटी लिवर कैसे ठीक करें?

    हालांकि, अगर बैलेंस्ड डाइट और एक्सरसाइज (Exercise for fatty liver) लेने से मेटाबोलिक- एसोसिएटेड फैटी लिवर डिजीज (एमएएफएलडी) से छुटकारा मिल सकता है। फैटी लिवर के बढ़ते खतरे के बीच हेपेटोलाजी इंटरनेशनल जर्नल में पब्लिश एपीएएसएल के गाइड लाइन्स में कहा गया है कि ज्यादा वजन वाले या मोटापे से ग्रस्त एमएएफएलडी के मरीजों को पांच से 10 प्रतिशत तक वजन कम करना चाहिए।

    यह भी पढ़ें: 80% से ज्यादा आईटी कर्मचारी हैं Fatty Liver का शिकार, इन लक्षणों से आप भी रहें सावधान

    वजन पर नजर रखें

    अपने वजन पर लगातार नजर रखें। कम से कम सप्ताह में एक बार जरूर अपना वजन जांचें। कम कैलोरी वाली डाइट लेनी चाहिए। पांच प्रतिशत से ज्यादा वजन घटाने से लीवर में एक्स्ट्रा फैट को कम करने में मदद मिलती है और 10 प्रतिशत से ज्यादा वजन घटाने से लीवर फाइब्रोसिस में सुधार होता है।

    खान-पान में सुधार भी है जरूरी

    गाइड लाइन्स में कहा गया है कि साबुत अनाज, ड्राई फ्रूट्स और सीड्स, फल और सब्जियां और ऑलिव ऑयल वाली डाइट से एमएएफएलडी के मरीजों में टाइप-2 डायबिटीज, दिल की बीमारियों, फैटी लिवर और फाइब्रोसिस का रिस्क कम होता है।

    एक्सरसाइज करना न भूलें

    रोजाना तीन कप काफी पीना फायदेमंद माना जाता है। एरोबिक एक्सरसाइज - जो हार्ट रेट को बढ़ाता है और मांसपेशियों और अंगों तक आक्सीजन फ्लो में सुधार करता है- एमएएफएलडी वाले लोगों को पेट की चर्बी और 'बैड' कोलेस्ट्राल को कम करने के साथ-साथ कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस में सुधार करने में मदद करता है। हर सप्ताह कम से कम 135 मिनट एरोबिक एक्सरसाइज करना फायदेमंद हो सकता है।

    यह भी पढ़ें: भारत में क्यों तेजी से बढ़ रहा है मोटापा, डॉक्टर्स से जानें इससे बचाव के तरीके