World Obesity Day 2025: भारत में क्यों तेजी से बढ़ रहा है मोटापा, डॉक्टर्स से जानें इससे बचाव के तरीके
मोटापा सिर्फ शारीरिक बनावट को नहीं बिगाड़ता बल्कि यह कई बीमारियों की वजह भी बन सकता है। इनमें डायबिटीज हाई बीपी और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां शामिल हैं। इसलिए मोटापे से अपना और अपने परिवार का बचाव करना बेहद जरूरी है। World Obesity Day 2025 के मौके पर हमने डॉक्टर्स से जानने की कोशिश की कि मोटापे से कैसे बचा जा सकता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में मोटापा एक महामारी की तरह फैल रहा है। शहरी इलाकों में यह समस्या और भी तेजी से बढ़ रही है। शहरी क्षेत्रों में रहने वाली लगभग एक-तिहाई आबादी मोटापे की चपेट में है। इसलिए मोटापे के बारे में लोगों को जागरूक करना जरूरी है। मोटापे के कारण और इसके दुष्परिणामों के बारे में जागरूक बनाने के लिए 4 मार्च को वर्ल्ड ओबेसिटी डे (World Obesity Day 2025) मनाया जाता है।
आपको बता दें कि मोटापा सिर्फ वजन बढ़ने की समस्या नहीं है, बल्कि यह डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और हार्ट डिजीज जैसी कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इसके अलावा, मोटापा कैंसर के खतरे को भी बढ़ाता है।
इसलिए यह समझना जरूरी है कि भारत में मोटापे के मामले क्यों बढ़ रहे हैं (Why Obesity Rising in India) और इन्हें कैसे रोका जा सकता है (Obesity prevention tips)। इस बारे में जानने के लिए हमने डॉ. मोहित शर्मा (अमृता हॉस्पिटल, फरीदाबाद में इंटरनल मेडिसिन विभाग के सीनियर कंसल्टेंट) और डॉ. शाश्वत चटर्जी (CMRI Kolkata के गैस्ट्रो साइंस विभाग के कंसल्टेंट) से बात की। आइए जानें इस बारे में डॉक्टर्स ने क्या बताया।
भारत में बढ़ती मोटापे की मार
भारत में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इंडियन जर्नल ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन के अनुसार, देश में 135 मिलियन से ज्यादा लोग मोटापे से प्रभावित हैं। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS-5) के आंकड़े भी बताते हैं कि पिछले दो दशकों में भारत में मोटापे की दर लगभग दोगुनी हो गई है।
शहरी पुरुषों में 22% और महिलाओं में 24% लोग ज्यादा वजन या मोटापे की श्रेणी में आते हैं। यह कंडिशन हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, जोड़ों की समस्याओं और कुछ प्रकार के कैंसर के खतरे को बढ़ा रही है।
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क्यों तेजी से बढ़ रहा है मोटापा?
मोटापे के बढ़ते मामलों के पीछे कई कारण हैं। पहला, खानपान की गलत आदतें। आजकल लोग प्रोसेस्ड और जंक फूड ज्यादा खाने लगे हैं, जो कैलोरी और अनहेल्दी फैट्स से भरपूर होते हैं। दूसरा, फिजिकल एक्टिविटी की कमी। मॉडर्न लाइफस्टाइल में लोग फिजिकल रूप से एक्टिव नहीं रह गए हैं। तीसरा, स्ट्रेस और नींद की कमी भी मोटापे को बढ़ावा देती है।
मोटापे से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
- मोटापे को रोकने के लिए सबसे पहले, खानपान में सुधार करना जरूरी है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, डेली कैलोरी का 30% से कम फैट से आना चाहिए और ट्रांस फैट को पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए।
- एडिबल ऑयल की खपत में 10% की कमी करके भी वजन कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। सेचुरेटेड फैट्स की जगह अनसेचुरेटेड फैट्स को डाइट में शामिल करना और तेल की मात्रा कम करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा।
- दूसरा, फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा देना। द लैंसेट की एक रिपोर्ट के अनुसार, फिजिकली एक्टिव न रहना दुनिया भर में 9% समय से पहले होने वाली मौतों का कारण है। सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की मीडियम इंटेंसिटी वाली फिजिकल एक्टिविटी, जैसे तेज चलना, साइकिल चलाना या स्विमिंग, हेल्थ रिस्क्स को कम कर सकती हैं।
- तीसरा, मानसिक स्वास्थ्य और नींद का ध्यान रखना। तनाव और नींद की कमी भी वजन बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती हैं। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट और अच्छी नींद लेना भी मोटापे को रोकने के लिए जरूरी है।
- छोटे-छोटे बदलाव, जैसे बैलेंस्ड डाइट, नियमित एक्सरसाइज और स्ट्रेस मैनेजमेंट, आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ भारत का निर्माण कर सकते हैं। आज का छोटा कदम कल के बड़े बदलाव की नींव रख सकता है।
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