कीटाणुओं का घर बन सकता है किचन में रखा Cutting Board, कैसे चुपके से दे सकता है बीमारियों को न्यौता
सब्जी फल पनीर जैसी कई खाने की चीजों को काटने के लिए अब किचन में चॉपिंग बोर्ड (Plastic Cutting Board) का इस्तेमाल किया जाता है। ये काम को तो आसान बना देते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि ये सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। खासकर लकड़ी और प्लास्टिक के चॉपिंग बोर्ड। आइए जानें कैसे ये नुकसानदेह हो सकते हैं और इससे बचने के लिए क्या करें।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कटिंग बोर्ड हर रसोई का हिस्सा बन चुका है, जिस पर हम सब्जियां, फल और अन्य फूड्स काटते हैं। किचन की स्लैब को गंदगी से बचाने के लिए और काटने में आसानी की वजह से लोग इसे खूब पसंद करते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्लास्टिक और लकड़ी के कटिंग बोर्ड (Wooden Cutting Boards) आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं? जी हां, लकड़ी और प्लास्टिक के चॉपिंग बोर्ड्स (Avoid Plastic Chopping Boards) आपकी सेहत के लिए हानिकारक (Side Effects of Chopping Boards) साबित हो सकते हैं। आइए जानें कैसे ये नुकसानदेह हो सकते हैं।
प्लास्टिक कटिंग बोर्ड के नुकसान
बैक्टीरिया का पनपना
प्लास्टिक के कटिंग बोर्ड पर चाकू से कटने के बाद छोटे-छोटे खांचे बन जाते हैं। इन खांचों में सब्जी या फलों के छोटे टुकड़े फंस जाते हैं, जो बैक्टीरिया के पनपने का कारण बनते हैं। साल्मोनेला और ई. कोली जैसे खतरनाक बैक्टीरिया इन जगहों पर आसानी से पनप सकते हैं। अगर बोर्ड को ठीक से साफ न किया जाए, तो ये बैक्टीरिया खाने के जरिए शरीर में पहुंचकर पेट की बीमारियां पैदा कर सकते हैं।
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हानिकारक केमिकल्स
कुछ सस्ते प्लास्टिक कटिंग बोर्ड में BPA (Bisphenol-A) और फथालेट्स जैसे हानिकारक केमिकल होते हैं। जब इन बोर्ड पर गर्म खाने की चीजें रखी जाती हैं या तेज चाकू से काटा जाता है, तो ये केमिकल खाने में मिल सकते हैं। ये केमिकल हार्मोनल इंबैलेंस, कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
प्लास्टिक के कण खाने में मिलना
तेज धार वाले चाकू से काटने पर प्लास्टिक के छोटे कण बोर्ड से निकलकर खाने में मिल सकते हैं। ये प्लास्टिक के कण पाचन तंत्र में जाकर लंबे समय में स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
लकड़ी के कटिंग बोर्ड के नुकसान
बैक्टीरिया और फफूंद का विकास
लकड़ी के कटिंग बोर्ड भी बैक्टीरिया के लिए अच्छी जगह हो सकते हैं। हालांकि, लकड़ी में नेचुरल एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, लेकिन यदि इन्हें ठीक से साफ न किया जाए, तो ये नमी सोखकर फफूंद और बैक्टीरिया को पनपने देते हैं। खासकर, मांस काटने के बाद अगर बोर्ड को अच्छी तरह धोया न जाए, तो साल्मोनेला और लिस्टेरिया जैसे बैक्टीरिया पनप सकते हैं।
लकड़ी के केमिकल्स का खाने में मिलना
कुछ लकड़ी के बोर्ड को लंबे समय तक चलाने के लिए केमिकल वाले तेल या वार्निश लगाया जाता है। ये केमिकल खाने के संपर्क में आकर स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
लकड़ी के टुकड़े खाने में मिलना
पुराने या खराब हो चुके लकड़ी के बोर्ड से छोटे-छोटे टुकड़े निकलकर खाने में मिल सकते हैं, जो पाचन तंत्र के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
कैसे करें सही चुनाव और रखें सावधानी?
- प्लास्टिक बोर्ड का इस्तेमाल न करें।
- लकड़ी के बोर्ड के लिए बांस या नीम की लकड़ी बेहतर विकल्प हैं, क्योंकि इनमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं।
- कटिंग बोर्ड को हमेशा गर्म पानी और साबुन से धोएं।
- मांस और सब्जियों के लिए अलग-अलग बोर्ड का इस्तेमाल करें।
- पुराने और ज्यादा खराब हो चुके बोर्ड को तुरंत बदल दें।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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