लंबी उम्र और अच्छी सेहत का सबसे आसान नुस्खा है रोज 10 मिनट की Walk, रिसर्च में हुआ खुलासा
सुबह की ठंडी हवा में टहलते हुए आपने कभी सोचा है कि यह कुछ मिनटों की वॉक आपके दिल, दिमाग और उम्र- तीनों पर कितना गहरा असर डाल सकती है? अगर नहीं, तो अब जान लीजिए कि आपका हर कदम एक “दवा” है, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के आपकी सेहत को मजबूत बनाता है। जी हां, नई रिसर्च बताती है कि रोजाना सिर्फ 10 मिनट की वॉक भी आपको दिल की बीमारी, मोटापा और थकान जैसी चीजों से दूर रखने में बड़ा रोल प्ले कर सकती है।

सेहत में कई कमाल कर सकती है सिर्फ 10 मिनट की वॉक (Image Source: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हम अक्सर सोचते हैं कि फिट रहने के लिए घंटों जिम जाना या लंबी एक्सरसाइज करना जरूरी है, लेकिन हालिया शोध बताता है कि सिर्फ 10 मिनट की सैर भी हमारे दिल और पूरी सेहत के लिए कमाल कर सकती है (10-Minute Walk Benefits)।
जी हां, एक अध्ययन में पाया गया कि औसतन लोग दिनभर में करीब 5,000 कदम भी नहीं चलते। यह संख्या “बैठे-बैठे रहने वाली लाइफस्टाइल” (Sedentary lifestyle) की श्रेणी में आती है, जो मोटापा, दिल की बीमारियों और जल्दी मौत का कारण बन सकती है। यानी जितना ज्यादा हम बैठे रहते हैं, उतना ही हमारे शरीर का संतुलन बिगड़ता जाता है।

क्या कहता है शोध?
‘Annals of Internal Medicine’ में प्रकाशित इस नई रिसर्च में 30,000 से ज्यादा लोगों के डाटा का विश्लेषण किया गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने रोजाना 8,000 कदम से कम चले, लेकिन 10–15 मिनट की लगातार सैर की, उनमें दिल की बीमारियों और असमय मृत्यु का खतरा काफी कम था।
बता दें, कदमों की संख्या जितनी मायने रखती है, उतना ही मायने रखता है कि आप उन्हें कैसे चलते हैं। कई बार रसोई, ऑफिस या घर के इधर-उधर छोटे-छोटे चक्कर लगाने से भी फायदा होता है, लेकिन जब हम लगातार कुछ मिनट तक तेजी से चलते हैं, तो शरीर पर इसका असर कहीं ज्यादा होता है।
हर कदम है फायदेमंद
शोधकर्ता बोरजा डेल पोरो क्रूज के अनुसार, “किसी भी तरह के कदम चलना हमारे दिल के लिए अच्छा है, लेकिन अगर ये कदम लगातार लिए जाएं, तो फायदा कई गुना बढ़ जाता है।” मतलब, थोड़ा लंबा चलना, थोड़ी लंबी जिंदगी की ओर एक आसान कदम है।

ज्यादा मेहनत नहीं, बस थोड़ा बदलाव
एक्सपर्ट्स का मानना है कि स्वस्थ रहने के लिए आपको रोज एक्सरसाइज का समय निकालना जरूरी नहीं, बल्कि अगर आप अपने रोजमर्रा के कामों में थोड़ा-सा बदलाव लाएं- जैसे बाजार पैदल जाना, बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए थोड़ी दूरी चलना या लंच ब्रेक में 10 मिनट की वॉक लेना- तो यह भी काफी है।
कुल मिलाकर, यह जरूरी नहीं कि आप ज्यादा वर्कआउट करें, बस अपने चलने के तरीके में थोड़ा सुधार कर लें, इससे भी बड़ा फर्क पड़ता है।
वॉक करने में क्यों होती है मुश्किल?
असल समस्या यह है कि हमारी जिंदगी और शहरों की बनावट ने चलने की आदत को मुश्किल बना दिया है। अमेरिका जैसे देशों में ग्रॉसरी स्टोर या ऑफिस तक पैदल जाना कई बार मुमकिन ही नहीं होता। जबकि स्पेन जैसे देशों के पुराने कस्बों में लोग रोजमर्रा के काम पैदल करते हैं और दिन में 15,000 कदम तक चल लेते हैं- बिना किसी एक्सरसाइज के।
कहां से करें शुरुआत?
पब्लिक पॉलिसी शोधकर्ता क्रिस विएलगा कहते हैं, “शुरुआत वहीं से करें, जहां आप हैं।” सैर करने के लिए किसी पार्क या ट्रैक की तलाश जरूरी नहीं। अपने मोहल्ले, गली या ऑफिस के आस-पास ही निकल पड़िए। चलते-चलते आप न सिर्फ अपनी सेहत सुधारेंगे, बल्कि आसपास की छोटी-छोटी खूबसूरती भी महसूस करेंगे।

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