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    क्रिसमस नहीं, इस मौके के लिए बना था जिंगल बेल्स! जानें कैसे मिला इस गाने को अपना यह नाम

    Updated: Wed, 24 Dec 2025 05:47 PM (IST)

    क्रिसमस का लोकप्रिय गाना 'जिंगल बेल्स', जिसे जेम्स लॉर्ड पियरपोंट ने लिखा, मूल रूप से थैंक्सगिविंग के दौरान चर्च में गाया गया था। 1857 में 'वन हॉर्स ओ ...और पढ़ें

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    कैसे बना यह थैंक्सगिविंग का गाना क्रिसमस का एंथम (Picture Credit- Freepik)

    स्मार्ट व्यू- पूरी खबर, कम शब्दों में

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्रिसमस का त्योहार दुनिया भर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह ईसाई धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे प्रभु यीशु के जन्म के उत्सव के मौके पर मनाया जाता है। इस खास मौके पर बाजारों में रौनक और रंग-बिरंगी सजावट देखने को मिलती है। साथ ही इस दौरान उपहारों का लेन-देन भी आम बात है। 

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    इन सबके अलावा क्रिसमस की पहचान एक खास धुन से भी होती है, जिसके बिना इसका सेलिब्रेशन लगभग अधूरा-सा लगता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं क्रिसमस के मशहूर सॉन्ग 'जिंगल बेल्स' (Jingle Bells) की। हालांकि, हैरानी की बात यह है कि जिस धुन के बिना आज क्रिसमस अधूरा लगता है, उसका मूल रूप से इस त्योहार से कोई लेना-देना नहीं है। आइए, इस मशहूर गीत के पीछे की रोचक कहानी को जानते हैं:-

    किसने लिखा यह गाना?

    इस लोकप्रिय गाने को जेम्स लॉर्ड पियरपोंट ने लिखा और संगीतबद्ध किया था। दिलचस्प बात यह है कि जेम्स, मशहूर फाइनेंसर जे.पी. मॉर्गन के मामा थे। पियरपोंट परिवार का बैंकिंग की दुनिया में बड़ा नाम था, लेकिन जेम्स ने संगीत के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई।

    क्रिसमस के लिए नहीं बना था गीत

    बचपन से हम सब इस गीत को क्रिसमस पर गाते आए हैं, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि असल में इस गाने को बनाने के पीछे की वजह कुछ और थी। दरअसल, यह गाना वास्तव में पहली बार थैंक्सगिविंग (Thanksgiving) के दौरान एक चर्च सर्विस में गाया गया था।

    इसलिए अगर आप इस गीत के शब्दों को गौर से सुनेंगे, तो पाएंगे कि इसमें 'क्रिसमस' या किसी धार्मिक उत्सव का कोई जिक्र नहीं किया गया है। बोस्टन यूनिवर्सिटी की शोधकर्ता कायना हैमिल के अनुसार, 1857 में रिलीज होने के कई दशकों बाद यह धीरे-धीरे क्रिसमस का अभिन्न हिस्सा बना।

    अंतरिक्ष में गूंजने वाली पहली धुन

    आप शायद ही यह जानते होंगे कि 'जिंगल बेल्स' के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड भी दर्ज है। यह अंतरिक्ष से बजने वाला दुनिया का पहला गाना था। क्रिसमस से कुछ दिन पहले 'जेमिनी 6' के अंतरिक्ष यात्रियों ने कंट्रोल रूम को सूचना दी कि उन्हें उत्तर से दक्षिण की ओर जाता कोई 'अज्ञात उपग्रह' दिख रहा है।

    इस तनावपूर्ण माहौल के बीच अचानक उन्होंने हारमोनिका और छोटी घंटियों पर 'जिंगल बेल्स' बजाना शुरू कर दिया। आज भी ये घंटियां और हारमोनिका स्मिथसोनियन नेशनल एयर और स्पेस म्यूजियम में सुरक्षित रखे हुए हैं।

    नाम का दिलचस्प इतिहास

    क्या आप जानते हैं कि शुरुआत में इस गाने का नाम 'जिंगल बेल्स' नहीं था? जी हां, आपने सही सुना 1857 में जब यह गाना पहली बार पब्लिश हुआ था, तो इसका शीर्षक "वन हॉर्स ओपन स्लेह" (One Horse Open Sleigh) रखा गया था। बाद में दो साल बाद यानी  1859 में जब इसे दोबारा रिलीज किया गया, तब इसे वह नाम मिला जिसे आज पूरी दुनिया जानती है।

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