इस्पात के यात्रियों ने किया हंगामा, जाम किया रेल लाइन
चक्रधरपुर : चक्रधरपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन में इस्पात एक्सप्रेस के यात्रियों ने एक घंटे तक
चक्रधरपुर : चक्रधरपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन में इस्पात एक्सप्रेस के यात्रियों ने एक घंटे तक रेल लाइन पर खड़े होकर हंगामा किया। वहीं इस्पात एक्सप्रेस के इंजन को लगने नहीं दिया। हंगामा की जानकारी मिलने पर आरपीएफ व जीआरपी के जवानों ने यात्रियों को समझाया और रेल लाइन खाली कराया। तब जाकर इस्पात एक्सप्रेस में इंजन लग पाया। यह घटना शनिवार दोपहर साढ़े बारह बजे की है। क्या है मामला
चक्रधरपुर झारसुगुडा रेल खंड के बीच कॉरिडोर ब्लॉक लेकर रेल लाइन का मैनटेंनेंस का कार्य करने के लिए रेलवे ने ट्रेन नंबर 12871 अप व 12872 डाउन हावड़ा टिटलागढ़ इस्पात सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन चक्रधरपुर से झारसुगुडा स्टेशनों के बीच रद्द कर दिया था। ट्रेन नंबर 12871 अप हावड़ा टिटलागढ़ इस्पात एक्सप्रेस शनिवार की दोपहर 12 :10 बजे चक्रधरपुर पहुंची थी। इस ट्रेन को रेलवे चक्रधरपुर से हावड़ा तक ट्रेन नंबर 12872 डाउन टिटलागढ़ हावड़ा इस्पात एक्सप्रेस बना कर चलाने जा रही थी। इस बीच स्टेशन में एनांउसमेंट किया गया कि इस्पात एक्सप्रेस को चक्रधरपुर से झारसुगुडा स्टेशनों के बीच रद कर दिया गया है। यह सुनकर इस्पात एक्सप्रेस में सवार राउरकेला, झारसुगुडा, संबलपुर की ओर जाने वाले यात्रियों ने प्लेटफार्म नंबर 3 पर एक घंटे तक हंगामा किया। यात्रियों ने इस्पात एक्सप्रेस के इंजन के आगे रेल लाइन पर खड़े हो गए। लोगों ने रेल प्रशासन से मांग की उन्हें हावड़ा, खड़गपुर आदि स्टेशनों ने इस्पात एक्सप्रेस की रद होने की जानकारी रेलवे ने एनांउसमेंट कर नहीं दी। उन्हें आगे की यात्रा करने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ेगा। हंगामा होने की जानकारी मिलने पर आरपीएफ के एएससी संजय भगत, आरपीएफ थाना प्रभारी एमके साहू, जीआरपी थाना प्रभारी उमेश कुमार, जीआरपी इंस्पेक्टर अनिल कुमार ¨सह जवानों के संग पहुंचे और यात्रियों को समझा कर शांत किया।
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रेल प्रशासन ने नहीं दी जानकारी
हावड़ा निवासी आलोक शर्मा ने बताया कि इस्पात एक्सप्रेस डी थ्री कोच के सीट नंबर 55 में रिजर्वेशन था। वह हावड़ा से झारसुगुडा तक की यात्रा कर चक्रधरपुर पहुंचे हैं। यहां पर ट्रेन के रद होने की जानकारी दी गई। हावड़ा स्टेशन में करेंट रिजर्वेशन कराने के समय ट्रेन के रद्द होने की जानकारी नहीं दी गई थी।
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ट्रेन रद थी तो फिर राउरकेला तक का टिकट क्यों दिया
राउरकेला निवासी इन्द्रजीत मंडल ने बताया कि वह हावड़ा स्टेशन से इस्पात एक्सप्रेस के टिकट लेकर यात्रा कर रहा था। वहां पर ट्रेन के रद्द होने की जानकारी नहीं दी गई थी। अगर इस्पात एक्सप्रेस ट्रेन रद्द थी तो फिर राउरकेला तक का टिकट रेलवे क्यो दिया। रेलवे अपनी कमाई कर यात्रियों को परेशान करने का काम कर रही है।
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भेड बकरियां की तरह यात्रियों ने किया टाटा एलेप्पी एक्सप्रेस में यात्रा : इस्पात एक्सप्रेस के जिन यात्रियों को राउरकेला, झारसुगुडा, संबलपुर और अन्य स्टेशनों तक की यात्रा करनी थी। वे लोग पांच घंटे तक स्टेशन में बैठे रहे। टाटा एलेप्पी एक्सप्रेस पहुंची तो यात्रियों की भीड़ धक्का मुक्की कर ट्रेन पर चढ़ने लगे। एलेप्पी एक्सप्रेस 15 मिनट तक स्टेशन में रूकी थी। उसके बाद भी ट्रेन में पैर रखने की जगह नहीं होने के कारण कई यात्री ट्रेन में चढ़ नहीं पाये।
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इस्पात एक्सप्रेस रात 8 बजे हावड़ा के लिए हुई रवाना : रेलवे अप इस्पात एक्सप्रेस को चक्रधरपुर से हावड़ा तक ट्रेन नंबर 12872 डाउन इस्पात एक्सप्रेस बना कर रात 8 बजे हावड़ा की ओर रवाना किया। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार इस्पात एक्सप्रेस झारसुगुडा से चक्रधरपुर तक कैंसल थी। इस वजह से 12 घंटे लेट से आ रही गीतांजली एक्सप्रेस में रेलवे ने झारसुगुडा व राउरकेला स्टेशनों से इस्पात एक्सप्रेस में यात्रा करने वाले यात्रियों को सफर करने की इजाजत दी। इन दो स्टेशनों से आने वाले यात्रियों को चक्रधरपुर स्टेशन में उतार कर इस्पात एक्सप्रेस से हावड़ा की ओर भेजा जाएगा। ज्ञात हो कि गीतांजली एक्सप्रेस छोटे स्टेशनों में नहीं रूकती है। इस वजह से इस्पात एक्सप्रेस को चक्रधरपुर स्टेशन में आठ घंटे तक रोककर कर रखा गया था।
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चक्रधरपुर आद्रा हावड़ा पैसेंजर को यात्री सहित यार्ड में रखा : रेलवे ने यात्रियों से खचाखच भरी चक्रधरपुर आद्रा हावड़ा पैसेंजर को प्लेटफार्म खाली नहीं रहने के कारण यार्ड में खड़ा कर रख दिया। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा है।