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बदल जाएगी चतरा की किस्मत, बनेगा इंडस्ट्री हब, युवाओं को नहीं करना होगा पलायन

Chatra News श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन के सराढू कलस्टर का भाग्य बदलने वाला है। टंडवा प्रखंड के सराढू कलस्टर के तहत आने वाले गांव खुशहाल होंगे। प्रशासन श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुबन मिशन के तहत लघु उद्योगों का बिछाने जा रहा है।

By Madhukar KumarEdited By: Published: Sat, 25 Dec 2021 03:51 PM (IST)Updated: Sat, 25 Dec 2021 03:51 PM (IST)
बदल जाएगी चतरा की किस्मत, बनेगा इंडस्ट्री हब, युवाओं को नहीं करना होगा पलायन

चतरा, जागरण संवाददाता। श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन के सराढू कलस्टर का भाग्य बदलने वाला है। टंडवा प्रखंड के सराढू कलस्टर के तहत आने वाले गांव खुशहाल होंगे। प्रशासन श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुबन मिशन के तहत लघु उद्योगों का बिछाने जा रहा है। फिलहाल साबुन, सर्फ, अगरबत्ती और सेनेटरी नेपकिन निर्माण की योजना है। इसके अलावा दीदी कैफे भी खोला जाएगा।

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पहले चरण में सराढू गांव का चयन

प्रथम चरण में उद्योग स्थापना के लिए सराढू गांव का चयन किया गया है। उस गांव में उद्योगों से संबंधित प्लांट की स्थापना के लिए जिला ग्रामीण विकास अभिकरण ने निविदा निकाली है। निविदा में उद्योगों से संबंधित मशीन लगाने और हिस्सेदारी की तमन्ना रखने वाले लोगों को आमंत्रित किया गया है। छह लाख की लागत से सेनेटरी नैपकिन उत्पादन मशीन की एक यूनिट की स्थापना की जा रही है।

साबुन उत्पादन युनिक की होगी स्थापना

निविदा चार दिन पूर्व निकाली गई है। इसी प्रकार साबुन उत्पादन मशीन का भी अधिष्ठापन किया जाएगा। ग्यारह लाख रुपये की लागत से साबुन उत्पादन युनिट की स्थापना की जाएगी। इसकी भी निविदा 21 दिसंबर को निकाली गई है। पूरे कलस्टर में अगरबत्ती उत्पादन के लिए चार यूनिट की स्थापना की जा रही है। जिस पर करीब दस लाख रुपये खर्च आएगी। इसकी भी निविदा निकाली जा चुकी है।

हर पंचायत मुख्यालयों में एक-एक दीदी कैफे कैेंटीन

कलस्टर के प्रत्येक पंचायत मुख्यालयों में एक-एक दीदी कैफे कैंटीन खोला जाएगा। जिस पर करीब 11 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसकी भी निविदा निकाल दी गई है। कलस्टर के 11 गांवों में सीलवर कोटेड दोना की मशीन लगाई जाएगी। जिस पर करीब तीन लाख रुपये खर्च आएंगे। डिटरजेंट उत्पादन की चार मशीन लगाई जाएगी। जिस पर करीब दस लाख रुपये खर्च होंगे। निविदा की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मशीन लगाने का काम शुरू हो जाएगा।

महिलाएं संभालेगीं कमान, ग्रामीण होंगे खुशहाल

उपर्युक्त सारे यूनिटों का संचालन कलस्टर क्षेत्र में काम करने वाली महिला स्वयं सहायता समूह करेंगी। साबुन, सर्फ, सेनेटरी नेपकिन और अगरबत्ती बनाने तथा दीदी कैफे का संचालन उन्हीं के हाथों में होगा। बाजार स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराया जाएगा। झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी इसमें सहयोग करेगा।

क्या है रुर्बन मिशन

दरअसल ग्रामीण क्षेत्रों को आर्थिक सामाजिक और वास्तविक रूप से मजबूती प्रदान करने तथा महत्वाकांक्षी बनाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक योजना बनाई है। जिसका नाम श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन रखा गया है। मिशन का उद्देश्य है कि सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के विकास की काफी अधिक संभावना वाले गांव को विकसित करना है। योजना के तहत झारखंड से धनबाद, गिरिडीह, दुमका, रांची, पाकुड़, चतरा, रामगढ़, तालेहार व कुछ अन्य जिलों के एक-एक कलस्टर का चयन किया गया है।

कलस्टर में छह पांच है शामिल

टंडवा प्रखंड के सराढू कलस्टर में कुछ छह पंचायतें हैं। जिसमें सराढू, टंडवा, गाड़ीलौग, कबरा, कसियाडीह एवं कोयद पंचायत शामिल है।

अधिकारी वर्जन श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुबन मिशन के तहत लघु उद्योगों की स्थापना के लिए निविदा निकाली गई है। फिलहाल साबुन, सर्फ, सेनेटरी नेपकिन और अगरबत्ती बनाने की मशीन तथा दीदी कैफे कैंटीन का टेंडर निकाला गया है।

सुनील कुमार सिंह, डीडीसी, चतरा।


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