Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ऊधमपुर में लगातार पड़ रही बारिश से दहशत, आसमान से बरसते पानी ने मचाया हाहाकार, कई जगह सड़क-पुल बहे

    ऊधमपुर में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदियाँ उफान पर हैं सड़कें जलमग्न हैं और कई इलाकों में घरों और दुकानों में पानी घुस गया है। बसंतगढ़ में बादल फटने की खबर से लोग और भी डरे हुए हैं। बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित है और बीएसएनएल की संचार सेवाएं भी ठप हो गई हैं।

    By amit mahi Edited By: Rahul Sharma Updated: Tue, 26 Aug 2025 04:59 PM (IST)
    Hero Image
    प्रशासन लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रहा है।

    जागरण संवाददाता, ऊधमपुर। रातभर आसमान से बरसते पानी ने ऊधमपुर और आसपास के जिलों को भय और बेचैनी से भर दिया है। जैसे-जैसे सुबह हुई लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने हालात को भयावह बनाना शुरु कर दिया। हर तरफ हुए जलथल ने न केवल लोगों की परेशानियों में इजाफा किया, बल्कि नुकासन भी किया। सूर्य पुत्री हो या अन्य नदियां पूरे उफान पर रही।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मौसमी नालों का जलस्तल भी खासा बढ़ गया और इलाके में सड़कों जलमग्न नजर आई। कुछ इलाकों में तो हालात ऐसे थे सड़कें भी नालों में तब्दील हो चुकी थी। बरसती बरसात के पानी से लेकर नदी नालों से लेकर सड़को पर बहते पानी के शोर लोग नुकासन को लेकर चिंतित और किसी हादसे को लेकर डरे नजर आए।

    यह भी पढ़ें- जिला रियासी में भारी वर्षा के कारण जगह-जगह भूस्खलन, कालेजों में गए विद्यार्थी जगह-जगह फंसे, शिवखोड़ी यात्रा भी बंद

    इस वर्ष मानसून हर किसी को डरा रहा है। कुछ समय पहले किश्तवाड़ और कठुआ में बादल फटने से हुए जान माल के भारी नुकसान के बाद सोमवार से जारी वर्षा के दौर मंगलवार को बिना रुके जारी रहा। रात को हो रही मूसलधार वर्षा के बीच जिला के बसंतगढ़ में समान ने अपना कहर बरपाया। चहां बादल फटने की खबर न हर किसी को डरा दिया। वर्षा के कई रास्ते भूमि कटाव और भूस्खलन या पेड़ गिरने से बंद हो गए। कई छोटे पुल बह गए।

    घरों-दुकानों में पानी घुसने से सामान बर्बाद

    निचले इलाकों का हाल तो और भी बदतर है। घरों और दुकानों में घुसे पानी ने सामान बर्बाद कर दिया है। लोग हाथों में बाल्टियां और मग लिए पानी निकालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बारिश रुकने का नाम ही नहीं ले रही। कई जगह दीवारें गिर गईं और मकान क्षतिग्रस्त हो गए। सड़कें कीचड़ और मलबे से ढकी पड़ी हैं। जहां कभी लोग आसानी से पैदल चल लेते थे, वहां अब छोटे-छोटे तालाब बन गए हैं।

    देविका घाट पानी में डूबे

    रातभर हुई बारिश से देविका नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया। नदी का जलस्तर इस कदर बढ़ गया कि देविका शमशान घाट के निचले हिस्से पूरी तरह डूब गए। पानी घाटों के ऊपर से उफान मारते हुए बहने लगा। गनीमत रही कि उस समय वहां कोई संस्कार नहीं हो रहा था, वरना शव बह जाने का भी खतरा बन सकता था। देविका परिसर में कर्मकांड स्थलों और तट पर बनी बावलियों में पानी और कीचड़ भरने से पूजा-अर्चना और कर्म करने आए लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

    यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर मौसम विभाग का रेड अलर्ट, बोले-संभलकर रहें, अगले 24 घंटे प्रदेश के लिए अहम

    जगानू मोड़ सहित कई निचले इलाकों में जलभराव

    जगानू मोड़ इलाके का नाला भी उफान पर आ गया। नाले का पानी आसपास की दुकानों और घरों में घुस आया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि कई वर्षों बाद इस तरह का नजारा देखने को मिला है। दुकानों और घरों में दो से तीन फीट तक पानी भर जाने से सामान और फर्नीचर को भारी नुकसान पहुंचा। यही नहीं, यहां स्थित बीएसएनएल एक्सचेंज में पानी भरने के कारण उसे बंद करना पड गया है। इंडस्ट्रियल एरिया, कल्लर, दंदेयाल, सहित अन्य निचले इलाकों में सड़कों पर इतना पानी है, जिससे लग रहा यहां सड़क नहीं बल्कि कोई नदी या नाला बह रहा है। जिसके चलते लोगों का पैदल आना जाना तो संभव ही नहीं है, वाहनों को भी चलने में खासी दिक्कत हो रही है

    तवी नदी खतरे के निशान से ऊपर

    सबसे डरावनी तस्वीर तवी नदी की है, जो खतरे के निशान से सवा तीन फीट ऊपर बह रही है। नदी का मटमैला और उफनता पानी जब किनारों से टकराता है तो ऐसा लगता है मानो पूरी बस्ती को निगल जाएगा। लगातार हो रही बारिश से तवी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता गया। सुबह तवी नदी ने खतरे का निशान पार कर लिया और साढ़े आठ बजे तक यह इवैकुएशन लेवल से भी ऊपर चला गया। हालात को देखते संभावित खतरों वाली जगहों पर एडीआरएफ की टीमों को तैनात किया जा चुका है।

    लोगों को लगातार किया जा रहा सचेत

    माइकिंग के माध्यम से लगातार लोगों को सचेत किया जा रहा है कि तवी नदी का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जो लगातार हो रही वर्षा के कारण तेजी से बढ़ रहा है। जिसे देखते हुए सलमेह क्षेत्र में भारी वाहनों के लिए पहले से असुरक्षित घोषित पुल को अब पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। तहसीलदार जय सिंह ने खुद मौके पर पुहंच करपुल के दोनों ओर तारबंदी कर पूरी तरह से यातायात को बंद करवाया। इसी के साथ सलमेह, कावा, बरियाल, सौंथियां सहित तवी किनारे बसे इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया गया है।

    यह भी पढ़ें- Mata Vaishno Devi Yatra पर आ रहे हैं तो जान लें मौसम का हाल, भारी बारिश के कारण यात्रा स्थगित, रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद

    नदी-नालों के करीब रहने वालों को एहतियात बरतने की अपील

    नदी के बेहद करीब रहने वाले लोगों को प्रशासन की ओर से एहतियात बरतने और आवश्यकता पड़ने पर सुरक्षित स्थानों की ओर जाने की सलाह दी गई है। एसडीआरएफ की टीमें लगातार तैनात हैं और तवी किनारे स्थित आबादी वाले इलाकों की निरंतर निगरानी की जा रही है। तहसीलदार ऊधमपुर जय सिंह ने लगातार हो रही वर्षा और प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी के मद्देनजर लोगों से अपील की है कि वे सतर्क और सावधान रहें, अनावश्यक आवाजाही से बचें और नदी-नालों के किनारे बिल्कुल न जाएं। उन्होंने लोगों से आपात स्थिति में एक-दूसरे की मदद करने और किसी भी खतरे या आपदा की आशंका की स्थिति में प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों पर तुरंत संपर्क करने की अपील की है।

    बिजली-पानी की सप्लाई भी प्रभावित

    खराब मौसम ने बिजली आपूर्ति को भी ठप कर दिया है। लगातार बारिश और भूस्खलन से कई जगह खंभे गिर गए और 33 केवी व 11 केवी लाइनों में आपूर्ति बाधित हो गई। सुबह 5 बजे से ही बिजली गुल है। इससे लोगों के इन्वर्टर तक जवाब दे चुके हैं और पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हो गई है। बिजली न होने के कारण भूमिगत टैंकों से पानी छतों की टंकियों में नहीं चढ़ पाया और लोग पीने से लेकर रोजमर्रा के कामकाज तक के लिए परेशान हो गए।

    दूरसंचार सेवा भी नहीं कर रही काम

    बीएसएनएल का नेटवर्क हुआ ठप वर्षा व उसकी वजह से भूस्खलन और भूमिक कटाव के कारण बीएसएनएल की संचार सेवाओं को भी ठप कर दिया। बीएसएनएल की मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। टिकरी-ऊधमपुर, सांबा-मानसर, जम्मू-कटड़ा और माहनपुर रूट पर ऑप्टिकल फाइबर केबल टूट गई हैं। मेन लिंक और रिंग रूट दोनों ठप हो जाने से नेटवर्क पूरी तरह से बाधित है। लगातार बारिश के बीच केबलों को निकालकर जोड़ना संभव नहीं हो पा रहा है।

    यह भी पढ़ें- लद्​दाख में भी मौसम विभाग का अलर्ट जारी, बाढ़ का खतरा मंडराया, विमान सेवाएं प्रभावित, दलाई लामा नहीं जा पाए दिल्ली

    इतनी हुई बारिश

    मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटों में हुई वर्षा का आंकड़ा ऊधमपुर = 92.4 मिमी बनिहाल = 28.3 मिमी रामबन = 29.5 मिमी बाटोत = 36.9 मिमी रियासी = 67.0 मिमी कटड़ा= 68.8 मिमी भद्रवाह = 99.8 मिमी किश्तवाड़ = 34.0 मिमी रहा।