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    जम्मू-कश्मीर मौसम विभाग का रेड अलर्ट, बोले-संभलकर रहें, अगले 24 घंटे प्रदेश के लिए अहम

    जम्मू-कश्मीर में मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। लगातार बारिश से नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। जम्मू में नदियों का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है। लोगों को निचले इलाकों से दूर रहने की सलाह दी गई है। लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में 26 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

    By Digital Desk Edited By: Rahul Sharma Updated: Tue, 26 Aug 2025 04:27 PM (IST)
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    निवासियों को सतर्क रहने और सुरक्षित रहने के लिए कहा गया है।

    डिजिटल डेस्क, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में मौजूदा मौसम की स्थिति के बीच मौसम वैज्ञानिक ने रेड अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि अगले 24 घंटे पूरे जम्मू-कश्मीर के लिए अहम हैं।

    डॉ. मुख्तार अहमद ने लगातार बारिश की वजह से अधिकतर नदी-नाले खतरे के निशान पर पहुंच गए हैं, ऐसे में बाढ़ का खतरा बन गया है। कश्मीर में झेलम नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है और क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है। बारिश रुकने के बाद ही जलस्तर कम होने की संभावना है।

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    प्रदेश में लगातार बढ़ रहा नदी-नालों का जलस्तर

    उन्होंने आगे कहा कि कश्मीर के विपरीत, जम्मू में इस समय नदियों और नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। "पिछले एक हफ़्ते से जम्मू में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ा है।" लोगों को निचले इलाकों से दूर रहने और सुरक्षित व सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि कभी भी बाढ़ आ सकती है। इसी के आधार पर उन्होंने अगले 24 घंटे पूरे जम्मू-कश्मीर के लिए महत्वपूर्ण बताए हैं।

    इस बीच लद्दाख और जम्मू-कश्मीर दोनों जगहों पर अधिकारियों ने मौसम संबंधी चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने 26 अगस्त तक प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश, बादल फटने, अचानक बाढ़ और भूस्खलन की आशंका जताई है।

    नदियों, नालों के पास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह

    कारगिल में जारी की गई सलाह में निवासियों खासकर नदियों, नालों और झरनों के पास रहने वालों को सतर्क रहने और बाढ़ संभावित क्षेत्रों के पास जाने से बचने की सलाह दी गई है।

    लोगों को मौसम की स्थिति में सुधार होने तक पहाड़ी सफर या फिर अन्य अनावश्यक कामों के लिए सीमित आवाजाही रखने की भी सलाह दी गई है। इसी के साथ उन्होंने सभी उप-विभागीय मजिस्ट्रेटों, तहसीलदारों और संबंधित विभागों को आपातकालीन स्थितियों पर कड़ी नज़र रखने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए कर्मचारी और मशीनरी तैयार रहें।

    कश्मीर निवासियों को एक सितंबर तक अलर्ट रहने को कहा

    इस बीच, श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट ने एक अलग एडवाइजरी जारी कर 26 अगस्त से 1 सितंबर के बीच श्रीनगर सहित कश्मीर संभाग के कुछ हिस्सों में "तेज बारिश, गरज के साथ बौछारें, बादल फटने, अचानक बाढ़ और भूस्खलन" की चेतावनी दी है।

    एडवाइजरी में फकीर गुजरी, खोनमौह और आसपास के पहाड़ी इलाकों के निवासियों से हालात सुधरने तक ढलानों और जल निकायों के पास जाने से बचने का आग्रह किया गया है। पर्यटकों, स्थानीय शिकारा संचालकों और रेत खनिकों को भी स्थिति की पुष्टि किए बिना झेलम नदी और उसकी सहायक नदियों को पार करने के खिलाफ चेतावनी दी गई है।

    जिला आपातकालीन संचालन केंद्र से करें संपर्क

    आपात स्थिति में जनता से जिला आपातकालीन संचालन केंद्र (डीईओसी) श्रीनगर, आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) या पुलिस नियंत्रण कक्ष से 0194-2457543, 0194-2483651, 9103998355, 9103998356, 9103998357, 01942477567, 0194-2457552 और 112 पर संपर्क करने को कहा गया है।।

    इस बीच, दोनों क्षेत्रों के अधिकारियों ने सतर्कता बरतने की आवश्यकता बताई है और जनता से मौजूदा मौसम की स्थिति में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा निर्देशों का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया है।