जब घर जाने के लिए नहीं मिली बस तो गुस्साए छात्रों ने ऊधमपुर बस अड्डा पर वाहनों की आवाजाही रोक जताया रोष
ऊधमपुर में तिरछी नरोड रूट पर समय पर बस न चलने से गुस्साए छात्रों ने बस अड्डे पर प्रदर्शन किया। छात्रों ने बताया कि वे रोज देरी से घर पहुंचते हैं जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छात्रों को शांत किया और बस यूनियन को समय पर बस चलाने के निर्देश दिए।

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर। तिरछी नरोड रूट पर तय समय के अनुसार बस नहीं चलने से परेशान स्कूल व कालेज के छात्रों ने दोपहर के समय शहर के बस अड्डा पर बसों की आवाजाही बंद कर प्रदर्शन किया। छात्रों ने बताया कि समय पर बस के नहीं चलने से हम हर रोज देरी से घर पहुंच रहे हैं और हमारी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
एआरटीओ और पुलिस ने कई बार इनको समय पर बस चलाने के लिए दिशा निर्देश दिए, लेकिन आज तक यह लोग समय पर बस को नहीं चला रहे हैं। वहीं बसों की आवाजाही बंद होने की सूचना मिलने पर पुलिस स्टेशन की टीम ने मौके पर पहुंच कर मामला शांत किया और छात्रों को बस में बिठा कर रवाना किया।
स्कूल व कालेजों में छुट्टी होने के बाद जब छात्र घर जाने के लिए बस पकड़ने को बस अड्डा पर पहुंचे तो सबको बताया गया कि आज ढाई बजे वाली बस तिरछी नरोड के लिए नहीं चलेगी। बस किसी दूसरे रूट पर जा रही है। इसके बाद छात्र भड़क गए और सभी ने बस के आगे ही धरना देकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
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कुछ छात्रों ने बस अड्डा मार्ग पर धरना देकर प्रदर्शन शुरू किया। इसके बाद बस का चालक बस से बाहर निकला और छात्रों के साथ बहस करने लगा। बस अड्डा पर छात्राें और चालकों के बीच हंगामा होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस स्टेशन ऊधमपुर से एक टीम मौके पर पहुंच गई।
पुलिस ने छात्रों को शांत किया और बात रखने का मौका दिया। कविता देवी, सोनिया, शुभम व अन्य छात्रों ने पुलिस को बताया कि बस अड्डा से दोपहर ढाई बजे बस के निकलने का समय निर्धारित किया गया है। स्कूल व कालेज से छुट्टी होने के बाद दोपहर दो बजे बस अड्डा पर पहुंच जाते है और हर बार हमें बताया जाता है कि ढाई बजे वाली बस नहीं चलेगी।
इसके बाद हमें शाम साढ़े चार बजे वाली बस मिलती है। साढ़े चार बजे जब बस निकलती है और हम घर शाम छह बजे या फिर सात बजे के करीब पहुंचते है। सुबह 6 बजे हम स्कूल व कालेज के लिए घर से निकलते है और दिन के 12 घंटे हमें स्कूल जाने और वापस घर लौटने में ही लग रहे हैं। इससे हमारी पढ़ाई हर रोज प्रभावित हो रही है और परेशानी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। लड़कियों को सबसे अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ा है।
माता पिता अपनी बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते है। हमने कई बार बस चालक से समय पर चलने की मांग की, लेकिन हमारी सुनने को तैयार नहीं होता है। आज तो हमारे साथ गाली गलोच भी करने लगे थे।
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छात्रों ने कहा कि हम पहली बार प्रदर्शन नहीं कर रहे है। इससे पहले भी हमनें कई बार इसी मांग को लेकर प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर पुलिस अधिकारियों के साथ एआरटीओ ने खुद मौके पर पहुंच कर हमारी परेशानी को देखा है।
हर बार बस यूनियन व चालकों ने समय पर चलने का आश्वासन दिया। लेकिन दो तीन दिन निकलने के बाद फिर से इनकी मनमानी शुरू हाे जाती है। एक बार फिर से मजबूर होकर आज हमने प्रदर्शन किया है और इस बार हमने मार्ग को बंद करके प्रदर्शन किया है।
जब तक हमारी समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकलता है हम इसी तरह से प्रदर्शन करेंगे। पुलिस की टीम ने बस यूनियन के सदस्यों व चालक को समय पर चलने के सख्त निर्देश दिए और छात्रों को आश्वासन दिया कि अगर दोबारा चालक ने अपनी मनमानी की तो पुलिस की तरफ से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद पुलिस ने सभी छात्रों को बस में बिठाया और घरों की तरफ रवाना किया।
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