Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्कूलों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता: सुरक्षा ऑडिट केे बाद खुलेंगे सरकारी स्कूल, लग सकता है एक सप्ताह

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 03:19 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और बाढ़ के कारण स्कूलों को बंद कर दिया गया था जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई पर असर पड़ा। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूलों का सुरक्षा ऑडिट कराने का फैसला किया है। निजी स्कूलों ने सुरक्षा प्रमाण पत्र दे दिया है जबकि सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। कश्मीर में भी 40 स्कूल बंद किए गए थे।

    Hero Image
    उच्च शिक्षा संस्थान धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं, पर बारिश के कारण नुकसान हुआ है।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। जम्मू कश्मीर में इस बार भारी बारिश, भूस्खलन, बाढ़ जैसे हालात का असर शिक्षा पर हुआ है। बीस दिन के करीब का समय हो गया है, बच्चों को स्कूल में पढ़ाई करने के लिए गए हुए। अभी एक सप्ताह का समय और भी लग सकता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जम्मू संभाग में भारी बारिश का असर अधिक हुआ है जिससे निर्धारित समय के बीच पाठ्यक्रम को पूरा करना चुनौती होगा। अधिक असर स्कूली शिक्षा पर पड़ा है। जम्मू कश्मीर में खराब मौसम के बाद बने हालात को देखते हुए 25 अगस्त को स्कूलों को बंद करने का सिलसिला शुरु हुआ जो एक एक दिन चलता यहां तक पहुंचा कि अभी तक विद्यार्थियों के लिए स्कूलों को नहीं खोला गया है।

    टीचिंग व नान टीचिंग स्टाफ के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने 8 सितंबर को स्कूल खोल दिए थे लेकिन बारिश व बाढ़ का पानी भर जाने के कारण कई स्कूलों की इमारतों को नुकसान पहुंचा।

    यह भी पढ़ें- कैसे पूरा होगा घाटा, कश्मीर में बागवानी के लिए बीमा योजना की मांग ने फिर जोर पकड़ा

    विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए लिया गया फैसला

    विभाग ने कोई जोखिम न उठाते हुए यह फैसला किया कि जब तक सभी स्कूलों की इमारतों का सुरक्षा आडिट नहीं हो जाता है तब तक स्कूलों को नहीं खोला जाए। यह कदम विद्यार्थियों की सुरक्षा को देखते हुए उठाया गया। विभाग की यह प्रक्रिया शुरु हो गई जो चलेगी जब तक स्कूलों को बच्चों के लिए सुरक्षित घोषित नहीं कर दिया जाता।

    10 सितंबर को खुल गए थे निजी स्कूल

    प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई में गत दस सितंबर से शुरु हो गई है। हालांकि प्राइवेट स्कूलों के प्रबंधन को भी यह लिखकर देना है कि उनकी इमारतें सुरक्षित हैं। कई प्राइवेट स्कूलों ने इस संबंध में कार्रवाई करते हुए विभाग को लिख कर दे दिया है कि उनकी इमारत सुरक्षित है। लोक निर्माण विभाग, विलेज एजुकेशन टीमों के अलावा जम्मू नगर निगम की टीमें इस समय सरकारी स्कूलों का सुरक्षा आडिट कर रही है। जिन स्कूलों की इमारतें सही पाई जाएगी उनको सिलसिले वार तरीके से खोल दिया जाएगा।

    यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक तनाव: डाॅ फारूक ने PM Modi से की AAP MLA की रिहाई की मांग, गिरफ्तारी को गलत बताया

    सरकारी स्कूलों में चलेंगी ऑनलाइन कक्षाएं

    शिक्षा पर अधिक असर न पड़े और विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए सरकारी स्कूलों के अध्यापकों से भी ऑनलाइन कक्षाएं लगाने के लिए कहा गया है। यह वैकल्पिक व्यवस्था तब तक चलेगी जब तक स्कूल पूरी तरह से खुल नहीं जाते हैं। उधर में कश्मीर में बाढ़ व बारिश के कारण चालीस स्कूलों को बंद किया गया था। इन स्कूलों की जांच करने के बाद खोला जाएगा।

    जम्मू में बारिश ने अधिक मचाई तबाही

    कश्मीर के मुकाबले में जम्मू में भारी बारिश से तबाही अधिक हुई है। दूरदराज व ग्रामीण इलाकों के स्कूलों की पहले से खस्ता हालत इमारतों मेंं पानी टपकने , कई परिसरों में जलभराव, इमारतों में दरारें चिंता का विषय बनी है। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए यह स्कूलों इमारतों का आडिट किया जा रहा है।

    यह भी पढ़ें- प्राकृतिक आपदाओं से निपटने पर केंद्रीय मंत्री सिंह का बयान, भूकंप-क्लाउडबर्स्ट की सटीक भविष्यवाणी अभी संभव नहीं

    उच्च शिक्षा पटरी पर लौटी

    भारी बारिश व बाढ़ से जम्मू के साइंस कालेज, कामर्स कालेज, जम्मू विवि के ओल्ड कैंपस, शेर-ए-कश्मीर कृषि, विज्ञान व तकनीक विवि जम्मू में पानी घुस गया था।

    साइंस कालेज के हास्टल से तो विद्यार्थियों को सुरक्षित निकालने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा था। साइंस कालेज में काफी नुकसान हुआ जिसका आकलन किया गया है।

    उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शांतमनु ने कालेजों का दौरा किया। यह आश्वासन दिया गया कि सरकार की तरफ से हर संभव सहायता दी जाएगी। वहीं शेर-ए-कश्मीर कृषि, विज्ञान व तकनीक विवि जम्मू में काफी नुकसान हुआ है।

    ओल्ड कैंपस जम्मू विवि में भी नुकसान हुआ। कालेज करीब एक सप्ताह तक बंद रहे लेकिन अब पढ़ाई शुरु हो गई। कालेजों में अभी नई कक्षाएं शुरु हुई है।  

    यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में डेंटल की पढ़ाई को युवा नहीं दे रहे प्राथमिकता; निजी कालेज बंद होने की कगार पर, क्या है इसकी वजह?