Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्राकृतिक आपदाओं से निपटने पर केंद्रीय मंत्री सिंह का बयान, भूकंप-क्लाउडबर्स्ट की सटीक भविष्यवाणी अभी संभव नहीं

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 02:32 PM (IST)

    केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भूकंप और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं की सटीक भविष्यवाणी अभी तक संभव नहीं है लेकिन कारणों का अध्ययन किया जा रहा है। जम्मू में मौसम पूर्वानुमान केंद्र स्थापित किया जाएगा और रियासी जिले में लिथियम की खोज फिर से शुरू होगी।

    Hero Image
    जम्मू को परफ्यूम इंडस्ट्री का हब बनाने पर भी काम चल रहा है।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। पीएमओ में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भूकंप और क्लाउडबर्स्ट (बादल फटने) जैसी प्राकृतिक आपदाओं की अभी तक सटीक भविष्यवाणी संभव नहीं है। परंतु इन घटनाओं के पीछे के कारणों का अध्ययन किया जा रहा है ताकि समय रहते शुरुआती चेतावनी दी जा सके।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने कहा कि जब किसी स्थान पर गर्मी और नमी एक साथ होती है, तो वहां वातावरण विस्फोटक हो जाता है, जो क्लाउडबर्स्ट को ट्रिगर कर सकता है। यदि हम इन कारणों की पहचान कर सकें, तो हम संभावित चेतावनी दे सकते हैं।

    जम्मू में वार्तालाप कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत में हिमालयी पारिस्थितिकी मिशन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने इन घटनाओं को बेहतर समझने के लिए विशेष कार्यक्रम शुरू किए हैं।

    यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक तनाव: डाॅ फारूक ने PM Modi से की AAP MLA की रिहाई की मांग, गिरफ्तारी को गलत बताया

    जम्मू में मौसम पूर्वानुमान केंद्र स्थापित किया जाएगा

    मौसम पूर्वानुमान को सशक्त बनाने के प्रयासों की जानकारी देते हुए डॉ. सिंह ने बताया कि जम्मू में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का एक पूर्ण क्षेत्रीय केंद्र स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में चार और आधुनिक वेदर रडार लगाए जाएंगे, जिससे मौसम की जानकारी और अधिक सटीक मिल सकेगी।

    रियासी जिले में लिथियम की खोज फिर से शुरू की जाएगी

    रियासी जिले में लिथियम की खोज पर बोलते हुए उन्होंने बताया कि शुरुआती नीलामी प्रक्रिया में कमजोर प्रतिक्रिया मिलने के कारण खनन प्रक्रिया कुछ समय के लिए रुकी थी, लेकिन अब इसे फिर से शुरू किया जाएगा।

    जब खनन शुरू होगा, तभी हमें वहां मौजूद वास्तविक लिथियम की मात्रा का पता चल सकेगा। देश में कई विशेषज्ञ कंपनियां मौजूद हैं, लेकिन शायद अभी तक किसी ने रुचि नहीं दिखाई है। अब इस प्रक्रिया को फिर से शुरू किया जाएगा।”

    यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में डेंटल की पढ़ाई को युवा नहीं दे रहे प्राथमिकता; निजी कालेज बंद होने की कगार पर, क्या है इसकी वजह?

    जम्मू को परफ्यूम इंडस्ट्री का हब बनाने पर काम जारी

    यदि डिस्टिलेशन (अवशोषण) की सुविधाएं जम्मू में ही स्थापित की जाएं, तो जम्मू को परफ्यूम इंडस्ट्री का हब बनाया जा सकता है। उन्होंने निजी क्षेत्र से इसमें साझेदारी करने की अपील भी की।

    अंतरराष्ट्रीय सहयोग की चर्चा करते हुए डॉ. सिंह ने बताया कि उन्होंने फ्रांस के ग्रास गांव का दौरा किया, जो फूलों से परफ्यूम बनाने के लिए विश्व प्रसिद्ध है। उन्होंने वहां के काउंसल जनरल से मुलाकात की और स्थानीय उत्पादों को वैल्यू एडिशन के साथ ग्लोबल मार्केट से जोड़ने की दिशा में चर्चा की।