Viral Video: जंगल से तेंदुए के शावक को गाड़ी में बैठाकर ले आया शख्स, पहले इससे भी बड़ा कारनामा कर चुका है शिमला का अंकुश
Shimla Leopard Viral Video शिमला के कोटखाई में एक बागवान को तेंदुए का शावक मिला। अंकुश नामक इस व्यक्ति ने शावक को गाड़ी में डालकर वन विभाग को सौंप दिया। वन्य प्राणी विंग शावक की निगरानी कर रहा है। विभाग तीन दिन बाद फैसला लेगा कि शावक को पुनर्वास केंद्र भेजा जाए या जंगल में छोड़ा जाए।

जागरण संवाददाता, शिमला। Shimla Leopard Viral Video, जिला शिमला में कोटखाई के बागवान को घर से कुछ दूरी पर तेंदुए का शावक मिला, जिसे वह गाड़ी में डालकर वन विभाग के पास पहुंचा आए। थरोला गांव के अंकुश को मिले तेंदुए के शावक को अब वन्य प्राणी विंग के अधिकारियों की टीम के पास रखा जाएगा। तीन दिन इसकी निगरानी के बाद टुटीकंडी भेजने या जंगल में छोड़ने पर फैसला लिया जाना है।
ठियोग के डीएफओ मनीष रामपाल ने बताया कि तेंदुए का बच्चा बिल्कुल सही है, इसे तीन दिन की निगरानी के बाद आला अधिकारियों के निर्देश पर फैसला लिया जाएगा।
कोटखाई के बागबान को मिला तेंदुए का शावक... गाड़ी में डालकर पहुंचाया वन विभाग के पास pic.twitter.com/jo2ceddrAx
— Rajesh Sharma (@sharmanews778) August 10, 2025
ठियोग में विभाग की टीम को सौंप दी
बता दें कि शनिवार को कोटखाई के अंकुश चौहान को घर से कुछ ही दूरी पर एक तेंदुए का बच्चा मिला था। तेंदुए के बच्चे को वह अपने गाड़ी में डालकर ले गए। इसकी जानकारी उन्होंने विभाग को दी और बाद में इसे विभाग की टीम को ठियोग में सौंप दिया था। अंकुश चौहान ने बताया था कि जब अपने घर से निकल रहे थे तो घर से कुछ दूर पर ही उन्हें सड़क किनारे तेंदुए का शावक मिला। अपने वाहन में डाला और इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दे दी है।
विभाग तीन दिन बाद लेगा फैसला
वन विभाग के अधिकारियों कहना है कि तेंदुए के शावक को पुनर्वास केंद्र टूटीकंडी में रखा जाना है या फिर कहीं जंगल में छोड़ा जाएगा। इस पर फैसला अगले तीन दिन में लिया जाएगा। इसे अब बड़ा किया जाएगा।
यह भी पढ़ें- Himachal: चायल की वादियों की सुंदरता पर ग्रहण लगने का खतरा, गंभीर पर्यावरणीय संकट से जूझ रहा पर्यटन स्थल
भालू का बच्चा भी सौंप चुके हैं विभाग को
वही इंटरनेट मीडिया पर अंकुश चौहान का यह वीडियो बहुत ज्यादा वायरल हो रहा है। बच्चे को दूध पिलाने के लिए एक दूध की बोतल भी खरीदी थी। अंकुश चौहान ने बताया कि इससे पहले भी वह एक जंगल में एक भालू के बच्चे को वन विभाग को सौंप चुके हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।