बाबा के पुराने डेरे तक पहुंची सेना, डेरा प्रेमियों ने खेतों में डाले इंसां लॉकेट
सेना की ओर से डेरे में मौजूद भीड़ को मुनियादी करके अवगत करवाया जा रहा है कि क्षेत्र को खाली कर दिया जाए अन्यथा सेना को गोली मारने के भी आदेश दिए हुए हैं।
जेएनएन, सिरसा। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां को यौन शोषण मामले में दोषी करार देने के बाद उपजे उपद्रव में मरने वालों की संख्या छह हो गई है। दूसरे दिन दो शव और सामान्य अस्पताल पहुंचे। इसके अलावा 62 लोगों को चोटिल व घायल अवस्था में अस्पताल लाया गया।
उधर मोर्चा संभालने के बाद सेना के जवान शनिवार को शाह सतनाम चौक से आगे बढ़े और पुराने डेरे तक पहुंच गए। पुराने डेरे के पास सेना ने नाका लगाकर क्षेत्र को सील कर दिया है। धीरे-धीरे सेना आगे बढ़ रही है। डेरे में मौजूद भीड़ को मुनियादी करके अवगत करवाया जा रहा है कि क्षेत्र को खाली कर दिया जाए अन्यथा सेना को गोली मारने के भी आदेश दिए हुए हैं।
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घरों में कैद हुई जिंदगी
शहर में 50 घंटे से ज्यादा समय से कर्फ्यू जारी है, जिससे शहरवासियों की जिंदगी घरों में कैद हो गई है। कर्फ्यू के चलते प्रशासनिक गाडिय़ों के अलावा किसी भी चौपहिया वाहन को शहर में नहीं घुसने दिया जा रहा है। हालांकि बीच में कर्फ्यू में ढील दी गई थी। इसके बावजूद न कोई दुकान खुली है तो न ही कोई कार्यालय। दूध जैसी जरूरतमंद वस्तुओं की आपूर्ति तक ठप हो गई है।
अब सोमवार पर टिकी नजर
साध्वी यौन शोषण मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद अब सोमवार को सीबीआइ अदालत ने डेरा प्रमुख को सजा सुनानी है। ऐसे में हर शहरवासी की सोमवार पर नजर टिकी हुई है।
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सुबह थे 35, दोपहर बाद हुए 62
सामान्य अस्पताल में शनिवार सुबह तक घायलों की संख्या 35 थी, लेकिन दोपहर बाद यह संख्या 62 हो गई। कुल 62 में से 54 लोग ऐसे हैं, जिन्हें हल्की चोटें आई हुई है जबकि चार लोगों को गंभीर हालत के चलते रेफर किया गया। रेफर हुए लोगों में से दो की शुक्रवार शाम को ही मौत हो गई थी जबकि दो लोगों की फायङ्क्षरग में पहले ही मौत हो चुकी थी। शनिवार को दो और लोगों के शव अस्पताल में पहुंचे, जिनकी पहचान जींद जिले के गांव बहबलपुर निवासी रोबिन सिंह (25) और काला सिंह गली नंबर 14 प्रीत नगर सिरसा के रूप में हुई है।
अब तक इनकी हो चुकी मौत
1. वजीर चंद, निवासी प्रीत नगर सिरसा
2. काला सिंह, निवासी गली नंबर 14 प्रीत नगर सिरसा
3. विनोद कुमार, निवासी थेहड़ मोहल्ला सिरसा
4. रोबिन सिंह, निवासी गांव बहबलपुर, जिला जींद
5. साहिल, निवासी रतिया, जिला फतेहाबाद
6. एक अन्य
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सेना का डेरा में प्रवेश करने का नहीं कोई इरादा : मेजर जनरल
सेना के मेजर जरनल आरएस पूनिया ने कहा कि सेना व अर्धसैनिक बलों का डेरा में प्रवेश करने का कोई इरादा नहीं है। इस अफवाह को गलत बताया कि सेना डेरा में प्रवेश कर चुकी है। मेजर जनरल शनिवार को बेगू रोड पर राजकीय प्राथमिक पाठशाला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सबसे पहले रोड को खाली करवाया जा रहा है, जिससे आने जाने में किसी प्रकार की कोई दिक्कतें न आए।
मेजर जनरल ने कहा कि सभी के सहयोग से सिरसा में कानून व्यवस्था की स्थिति सही बनी हुई है। शहर में कफ्र्यू जारी है और कफ्र्यू पूरी तरह प्रभावी रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए सेना, अर्धसैनिक बलों व स्थानीय पुलिस द्वारा शहर में लगातार मार्च पास्ट किया जा रहा है। इसके बाद उन्होंने पुराना डेरा सच्चा सौदा के समीप और बाकी शहर का निरीक्षण किया और कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया।
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डेरा प्रेमियों ने खेतों में डाले इंसां लॉकेट
साध्वी यौन शोषण केस में फैसले के बाद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां के अनुयायियों का पलायन शनिवार तड़के से जारी रहा। आमतौर पर इंसां लॉकेट को गले में कमीज से बाहर रखने वाले डेरा प्रेमी अब इसे कमीज के अंदर ही रख रहे हैं। वहीं डेरा से कुछ ही दूरी पर लॉकेट खेतों में डाल रहे हैं।
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