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    डेरा मुखी पर फैसले के बाद भड़की हिंसा के चलते जजों को मिली अर्ध सैनिक बलों की सुरक्षा

    By Ankit KumarEdited By:
    Updated: Sat, 26 Aug 2017 01:31 PM (IST)

    डेरा मुखी पर फैसले के बाद पंचकूला में जबरदस्त हिंसा के कारण सभी जजों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इससे पहले हाईकोर्ट ने भी जजों की सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया था।

    डेरा मुखी पर फैसले के बाद भड़की हिंसा के चलते जजों को मिली अर्ध सैनिक बलों की सुरक्षा

    जेएनएन, चंडीगढ़। सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को साध्वी मामले में यौन शोषण का दोषी करार दिये जाने के बाद पैदा हुए हालातों के मद्देनजर पंचकूला के सभी जजों को अर्ध सैनिक बल की सुरक्षा प्रदान कर दी गई है। देर रात्रि को ही  प्रत्येक जज के आवास पर भी बीएसएफ का पहरा लगाया गया।

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    सीबीआइ कोर्ट द्वारा डेरा मुखी को दोषी करार देने के बाद देर रात को सभी जजों की सुरक्षा बढ़ाई गई। इससे पहले आगजनी और हिंसा की घटनाओं के चलते हाईकोर्ट ने कहा था कि केंद्र जितनी जल्दी हो सके, सुरक्षा बलों को और अधिक संख्या में लेकर आए ताकि स्थिति पर काबू पाया जा सके।

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    सजा सुनाने वाले जज की सुरक्षा बढ़ी

    हाईकोर्ट ने कहा कि सजा सुनाने वाले जज को भगवान भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। कोर्ट ने कहा कि हमारे बहादुर जज ने अपना फैसला सुनाया है और उनके व अन्य जजों के साथ आरक्षण आंदोलन जैसा हाल नहींं होने देंगे। कोर्ट ने तत्काल प्रभाव से पंचकूला के सभी न्यायिक अधिकारियों को अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा मुहैया करवाने के आदेश जारी किए हैं।

    हरियाणा सरकार का डेरे पर हाथ : वकील

    मामले की सुनवाई के दौरान एक वकील ने कोर्ट को बताया कि  मिलिट्री इंटेलिजेंस की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि डेरे में पूर्व सैनिक लोगो को हथियारों की ट्रेनिंग देते हैं। हाईकोर्ट ने इस पर संज्ञान लेकर जांच को भी कहा था लेकिन हरियाणा सरकार ने इस मामले में डेरे को क्लीन चिट दे दी थी।

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    हाईकोर्ट शनिवार को छुट्टी वाले दिन भी करेगा सुनवाई

    हाईकोर्ट ने कहा कि इस मामले में हमारी निगरानी अब बेहद जरूरी हो गई है। इन हालात पर पहुंचने के लिए जिम्मेदारों को हम बख्शेंगे नहीं। कोर्ट ने कहा कि मामला गंभीर होने के कारण वो शनिवार को छुट्टी वाले दिन 11 बजे मामले पर सुनवाई करेंगे।