कुरुक्षेत्र की कोरोना संदिग्ध महिला की मौत, सैंपल रिपोर्ट आने के बाद शव सौंपने का फैसला
कुरुक्षेत्र ज्योतिसर की महिला की पीजीआई चंडीगढ़ में मौत हो गई है। उसका सैंपल कोरोना वायरस जांच के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट आने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
कुरुक्षेत्र, जेएनएन। कुरुक्षेत्र ज्योतिसर की 39 वर्षीय महिला की पीजीआई चंडीगढ़ में मौत हो गई। महिला एक निजी अस्पताल से रेफर थी। उसका कोरोना वायरस का सैंपल भी जांच के लिए भेजा गया था। शनिवार शाम को रिपोर्ट आनी थी, उससे पहले ही महिला की मौत हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग की मानें तो महिला को फेफड़ों में इन्फेक्शन था और जिला के ही एक निजी अस्पताल में उसका उपचार चल रहा था। हालत ज्यादा गंभीर होने के चलते शुक्रवार को ही महिला को पीजीआई रेफर किया गया था। शुक्रवार को पीजीआई में महिला ने दम तोड़ दिया। पीजीआई के चिकित्सकों ने शव को परिवार वालों को सौंपने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक महिला की कोरोना वायरस टेस्ट रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक शव नहीं दिया जाएगा। निजी अस्पताल से रेफर करने से पहले ही जिला के स्वास्थ्य विभाग ने महिला का कोरोना टेस्ट सैंपल ले लिया था, जिसकी रिपोर्ट शनिवार शाम तक आने की संभावना जताई जा रही है।
सेफ जोन में पहुंचा जिला
कोरोना को मात देने के बाद जिला एक बार फिर सेफ जोन में आ गया है। शुक्रवार को दूसरी कोरोना पॉजिटिव मरीज भी ठीक होकर कोविड-19 अस्पताल से छुट्टी के बाद अपने घर चला गया। अस्पताल के स्टाफ ने कोरोना की इस योद्धा को तालियां बजाकर प्रोत्साहित किया। अस्पताल से एंबुलेंस में सवार होते हुए उस पर फूलों की वर्षा की गई और बेस्ट ऑफ लक का एक ग्रीटिंग भी दिया। उसे 14 दिन के लिए अपने घर में ही क्वारंटाइन रहने की हिदायत भी दी गई है। वहीं शुक्रवार तक जिले में 669 कोरोना के सैंपल में से 640 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है।
एक मरीज की रिपोर्ट बृहस्पतिवार को आई थी नेगेटिव
गौरतलब है कि जिले में दो मरीजों के सैंपल कोरोना पॉजिटिव मिले थे। इस रिपोर्ट को लेकर शुरू में जिला स्वास्थ्य विभाग और प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग राय थी। जिला के स्वास्थ्य विभाग ने इन दोनों मरीजों को जिस दिन देर सायं तक संदिग्ध बताया था प्रदेश के हेल्थ बुलेटिन ने सुबह ही इन्हें पॉजिटिव बता दिया था। इसके बाद जिला के स्वास्थ्य विभाग ने भी इन दोनों मरीजों को पॉजिटिव मान लिया था। इनमें से एक सेक्टर सात निवासी था, जिसके चलते सेक्टर सात को कंटेनमेंट जोन बनाकर सील कर दिया गया था। स्वास्थ्य विभाग ने इनमें से करनाल के तरावड़ी निवासी युवती को कोविड-19 आदेश मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में दाखिल कराया था जबकि दूसरे को एलएनजेपी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल किया गया था। एलएनजेपी अस्पताल से जहां नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद सेक्टर सात निवासी को बृहस्पतिवार को छुट्टी मिल गई थी वहीं शुक्रवार को युवती को भी छुट्टी मिल गई।
14 लोगों को घरों में ही कर रखा क्वाइंटाइन
जिले में दिसंबर माह से लेकर अब तक कुल 2349 लोग आए हैं। ये सभी स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में हैं। इनमें से 2335 लोग स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी के अनुसार 28 दिन का समय चक्र पूरा कर चुके हैं और 14 लोगों को घरों में ही क्वारंटाइन किया गया है। कोरोना वायरस की जांच के लिए इस जिले से अब तक 669 सैंपल में 640 की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है और 27 सैंपल की रिपोर्ट अभी आना बाकी है।
अब कुरुक्षेत्र कोरोना मुक्त जिला बना : डा. सुखबीर
सिविल सर्जन डॉ. सुखबीर सिंह ने कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी तरह की अफवाह न फैलाएं और सरकार के आदेशानुसार लॉकडाउन के नियमों की पालना करे। अगर किसी व्यक्ति को खांसी, जुखाम, सांस लेने में दिक्कत व तेज बुखार है तो वह व्यक्ति तुरंत चिकित्सक से परामर्श ले सकता है। उन्होंने कहा कि इन दोनों मामलों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद कुरुक्षेत्र जिले में कोरोना का कोई भी पॉजिटिव केस नहीं रहा है। अब कुरुक्षेत्र कोरोना मुक्त जिला बन गया है।
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