कोरोना के खौफ के बीच पीलिया-डायरिया की दस्तक, कुरुक्षेत्र में सामने आए 12 मरीज
कुरुक्षेत्र के पली में मस्जिद वाली गली के नजदीक मिले पीलिया के आठ मरीज। इंदिरा कॉलोनी में चार बच्चों को डायरिया है।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। कोरोना से सेफ जोन में आते ही धर्मनगरी में पीलिया और डायरिया ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। पिपली की मस्जिद वाली गली में एक ही परिवार के तीन लोगों समेत आठ पीलिया के मरीज मिले हैं। इंदिरा कॉलोनी में अलग-अलग परिवार के चार बच्चे डायरिया से पीड़ित मिले हैं।
पीलिया के मरीजों के मिलने की पुष्टि तब हुई जब एक क्षेत्र के कई मरीज उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में पहुंचे और उन्हें पीलिया से प्रभावित पाया गया। इनमें से एक निजी अस्पताल में दाखिल भी है जबकि बाकी के मरीजों की निजी लैब से रिपोर्ट में पीलिया होने की पुष्टि हुई है। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीमें मस्जिद वाली गली के इर्द-गिर्द लोगों का स्वास्थ्य जांचने के लिए पहुंच गईं। और साथ ही पेयजल सप्लाई की लीकेज की भी तलाश करनी शुरू कर दी।
विभाग की टीमों ने आठों मरीजों के रक्त के सैंपल लिए, ताकि यह पता लग सके कि इस पीलिया की वजह पानी में बैक्टीरिया है या कुछ और। इंदिरा कॉलोनी में भी एकाएक डायरिया के चार मरीज आने से हलचल मच गई। स्वास्थ्य विभाग का तर्क है कि इन्होंने बासी भोजन खाया था। बहरहाल कोरोना संकट से लड़ रहे स्वास्थ्य विभाग के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है। जबकि विभाग इसे आउटब्रेक भी नहीं मान रहा और पिपली में अगले सात दिन तक अभियान चलाने की बात भी कह रहा है।
पीलिया पहले ही सेक्टर तीन में लील चुका है तीन जिंदगी
सेक्टर तीन में पीलिया का आउटब्रेक हो गया था। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की लापरवाही से सेक्टर में जगह-जगह लीकेज मिली थी और ज्यादातर पंपों पर क्लोरिनेशन भी नहीं हो रही थी। दो महिला समेत तीन की मौत से मामला तब तूल पकड़ गया था। सरकार ने मुआवजे का आश्वासन भी दिया था। प्राधिकरण के एक्सईएन से लेकर जेई तक के तबादले कर दिए गए थे। यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब पिपली में पीलिया के मरीज सामने आने लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग को निशा, नजीम, सीमा, रोजी समेत आठ पीलिया से प्रभावित मिले हैं। इधर इंदिरा कॉलोनी के चार बच्चों की हालत डायरिया ने बिगाड़ दी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का तर्क है कि इन बच्चों ने अपने घरों में बना बासी भोजन किया है या खाना खाते समय साफ सफाई का ध्यान नहीं रखा।
पानी में मिलने वाला बैक्टीरिया तो नहीं है, यह आउटब्रेक नहीं
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सुदेश सहोता ने बताया कि पिपली में आठ लोग पीलिया से ग्रसित मिले हैं। हालांकि इन मरीजों का इंफेक्शन सेक्टर तीन में मिलने वाले मरीजों से बहुत कम है। मगर फिर भी सजगता के साथ इन मरीजों का उपचार शुरू कर दिया गया है। इनके घरों के बैक्ट्रोलॉजिकल टेस्ट के लिए पानी के आठ सैंपल ले लिए हैं। साथ ही छह मरीजों के रक्त के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे, जिससे यह पता लग सके कि पीलिया फैलने का कारण पानी के अंदर मिलने वाला बैक्टीरिया तो नहीं है। सात दिन तक लगातार पिपली के इस क्षेत्र में सर्वे किया जाएगा। जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ और जेई के साथ मिलकर पंपों की भी जांच की गई है, जिसमें सभी पंपों पर क्लोरिनेशन की हुई मिली। फिर भी पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं और लीकेज ढूंढी जा रही है। अभी तक कोई लीकेज नहीं मिली है। इसके अलावा जो डायरिया के मरीज मिले हैं वह घर में बने बासी खाना खाने या साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखने की वजह से बीमार हुए हैं। इसे आउटब्रेक नहीं कहा जा सकता।
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