महिला IAS मामले में केंद्रीय मंत्री गुर्जर का बड़ा बयान, कहा- 'रानी बिटिया' संग नहीं होने देंगे नाइंसाफी
केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने हरियाण की आइएएस रानी नागर के इस्तीफा देने के ऐलान पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहारानी बिटिया के साथ किसी कीमत पर नाइंसाफी नहीं होने देंगे।
नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। हरियाणा कॉडर की आइएएस रानी नागर के इस्तीफे के ऐलान पर उत्तर प्रदेश से हरियाणा तक सियासत गरमा गई है। 23 अप्रैल को रानी नागर ने अपनी बहन रीमा नागर के साथ बैठकर बनाए वीडियो में लॉकडाउन के बाद अपने इस्तीफे का ऐलान किया था। अब इस मामले में केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि रानी नागर बिटिया के साथ किसी भी कीमत पर नाइंसाफी नहीं होने दी जाएगी।
केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने ट्वीट कर दिया आश्वासन
रानी नागर फिलहाल चंडीगढ़ के सेक्टर-6 स्थित यूटी गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 311 में अपनी बहन के साथ रह रही हैं। दोनों बहनों ने अपनी जान को खतरा बताया था। इसके बाद उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने 25 अप्रैल को रानी नागर को इंसाफ दिलाने और रानी का उत्पीड़न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। मायावती सहित साेशल मीडिया पर उठ रहे रानी नागर के मामले को लेकर अब गुर्जर समाज भी सक्रिय हो गया है।
हरियाणा कॉडर की आइएएस रानी नागर ने सोशल मीडिया लॉकडाउन के बाद इस्तीफा देने का ऐलान किया था
सोमवार केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने ट्वीट कर रानी व उसके परिजनों को आश्वस्त किया कि रानी बिटिया के साथ किसी भी कीमत पर नाइंसाफी नहीं होने दी जाएगी। गुर्जर ने जागरण को बताया कि उन्होंने इस बाबत उच्चाधिकारियों सहित हरियाणा के शासन में भी संपर्क किया है।
गुर्जर कहते हैं कि रानी का इस्तीफा नहीं होने देंगे। उन्होंने रानी के परिजनों के पास भी समाज के कुछ प्रमुख लोगों को लॉकडाउन का पास बनवाकर भेजा है। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने जागरण से बातचीत में बताया कि अभी तक उनके पास रानी नागर को लेकर कोई शिकायत नहीं आई है। यादव ने इसके अलावा इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से परहेज किया।
सूत्रों की मानें तो रानी नागर के इस्तीफे के ऐलान के बाद साेशल मीडिया पर गुर्जर समाज के युवा अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं। युवाओं ने रानी नागर के समर्थन में न्याय दिलाने का अभियान चलाया हुआ है और यही कारण रहा कि पूर्व सीएम मायावती ने एक के बाद एक दो ट्वीट करके रानी के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया।
इसके बाद उत्तर प्रदेश,राजस्थान और दिल्ली के गुर्जर नेता खासतौर पर सुरेंद्र नागर, नवाब सिंह नागर, रमेश विधूड़ी, सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर से भी संपर्क किया। इन नेताओं ने हरियाणा सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कृष्णपाल से पूरे मामले में रानी की पैरवी करने के लिए कहा।
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