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    Deadly Chinese Manjha : एक दिन की छापेमारी के बाद चैन से सो गया जिला प्रशासन, फिर दो गले कटे जानलेवा मांझे से

    Updated: Fri, 25 Jul 2025 01:53 PM (IST)

    पलवल में जानलेवा मांझे का आतंक जारी है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक व्यक्ति मांझे की चपेट में आने से घायल हो गया। पहले भी कई लोग इस मांझे से घायल हो चुके हैं कुछ की जान भी जा चुकी है। जिले में मांझे की बिक्री प्रतिबंधित होने के बावजूद यह खुलेआम बिक रहा है जिस पर प्रशासन की कार्रवाई नाकाफी साबित हो रही है।

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    एक दिन की छापेमारी से निश्चिंत हुआ जिला प्रशासन। घायल व्यक्ति (इनसेट)

    अशोक कुमार यादव, पलवल। जानलेवा मांझे का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर-19 पर बने फ्लाई ओवर पर मोटर साइकिल सवार एक व्यक्ति जानलेवा मांझे की चपेट में आकर उसकी गर्दन कट गई। गनीमत रही कि उसकी मोटर साइकिल धीमी थी। इससे समय रहते ब्रेक लग गई और उनकी जान बच गई। अन्यथा बड़ा हादसा घटित भी हो सकता था।

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    बजरंग दल के कार्यकर्ता हुए घायल

    होडल के गांव भुलवाना गांव निवासी चतर सिंह बीते मंगलवार को पलवल स्थित फ्लाईओवर से अपने गांव भुलवाना जा रहे थे कि बस अड्डे के सामने सड़क के बीचोंबीच स्ट्रीट लाइटों के खंभों पर लटक रहे थे। लटके हुए मांझा चतर सिंह को दिखाई नहीं दिया।

    जैसे चतर सिंह मांझे की चपेट में आया, उसने मोटर साइकिल की ब्रेक मारकर रोक दी। मगर जब तक जानलेवा मांझा गर्दन को जख्मी कर चुका था। चतर सिंह ने बताया वो अकेले ही मोटर साइकिल पर सवार होकर अस्पताल पहुंचा, जहां उसने अपना इलाज कराया।

    इसी तरह की दूसरी घटना में पलवल निवासी बजरंग दल के कार्यकर्ता संजय शर्मा भी पिछले दिनों जानलेवा मांझे की चपेट आ गए थे। उनकी भी गर्दन जख्मी हो गई थी।

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    गली-गली में बिक रहा मांझा

    27 जुलाई को पूरे जिले में हरियाली तीज धूमधाम के साथ मनाई जाएगी।जिले में हरियाली तीज पर पतंग बाजी की जाती है। युवा पूरे दिन पतंगबाजी करते हैं।

    ऐसे में जिले की गली-गली में जानलेवा मांझा बिक रहा है दैनिक जागरण इस जानलेवा मांझे को लेकर कई बार समाचार प्रकाशित कर जिला प्रशासन को आगाह कर चुका है। समाचार प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन ने खानापूर्ति करते हुए जानकारी के अनुसार होडल के एसडीएम को एक भी जानलेवा मांझा नहीं मिला था।

    वहीं, पूरे जिले में जहां लाखों रुपये रोजाना के हिसाब से जानलेवा मांझे का कारोबार होता है। लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन सख्ती दिखाए तो मांझे की ब्रिकी पर रोक लग सकती है। लोगाें का कहना है कि दो महीने पहले 

    मांझा एक व्यक्ति की जान ले चुका है। ऐसे में मात्र कुछ सैकड़ों रुपये का मांझा जब्त कर कर अपनी इतिश्री करना समझ से परे है। जबकि यह मांझा सरेआम छोटे बच्चों को आसानी से उपलब्ध हो रहा है।आखिर बिक क्यों रहा है जानलेवा मांझा?

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    जिले में जानलेवा मांझे की बिक्री पहले से प्रतिबंधित है। इसके बाद भी जिला प्रशासन इस पर अंकुश लगाने में फेल साबित हो रहा है।

    प्रशासन की नाक के नीचे इसका कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है।इसके बाद भी आज तक जानलेवा मांझा बेचने वालों के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

    प्रतिबंध के बाद भी मांझा बाजार में धड़ल्ले से कैसे बिक रहा है? क्या सरकारी तंत्र की लापरवाही के कारण स्थितियों में सुधार नहीं हो रहा है? मांझे की बिक्री और उपयोग करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? पुलिस ऐसे तत्वों पर लगाम लगाने में नाकाम क्यों है?

    बड़ा सवाल यह है कि जब जानलेवा मांझा जान का दुश्मन बन गया है फिर उसे पतंग बाजार में बिकने क्यों दिया जा रहा है। इसके पीछे पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत जगजाहिर है।

    खास बात यह है कि इस मौत के मांझे से कई लोगों की जान भी जा चुकी है, लेकिन बावजूद इसके अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं। गुप्तागंज बाजार, सब्जी मंडी, दरबार कुंआ, जवाहर नगर कैंप मार्केट सहित गलियों मेंं खुली दुकानों पर जानलेवा मांझा धड़ल्ले से बेचा जा रहा है।

    खुलेआम मांझा दुकानों पर रखकर बेचे जा रहे हैं। इन दुकानदारों के चेहरे पर न तो पुलिस का कोई खौफ है न ही कानून का डर। एक चरखी में चार सौ मीटर चाइनीज मांझा होता है। एक चरखी को तीन सौ से चाढ़े चार सौ रुपये में बेचा जाता है।

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    दो जून : प्रतिबंधित मांझे में उलझकर बाइक सवार पंजाब के पटियाला निवासी अमरीक सिंह की गर्दन कट गई थी। गनीमत रही की अमरीक सिंह ने गले में गमछा बांधा हुआ था। गले में गमछा हाेने के कारण गर्दन पर ज्यादा टांके नहीं आए हैं।

    26 मई : फरीदाबाद निवासी मोनू का होडल में राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर जानलेवा मांझे से अचानक गला कट गया। लहूलुहान हालत में राहगीरों की मदद से उसे जिला नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

    5 अगस्त 2023 : मेवात निवासी 30 वर्षीय युवक खुर्शीद एलिवेटिड पुल पर दो खंभों पर फंसे चाइनीज मांझे की चपेट में वो आ गया था। उसके गले में करीब 50 से अधिक टांके आए थे।

    2022 में भी ओमैक्स सिटी के सामने बाइक पर सवार होकर जा रहे छात्र कुणाल की गर्दन चाइनीज मांझे की चपेट में आने से गर्दन कट गई थी।

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