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आठ किमी प्रति घंटे से चली हवा से हटा स्माग, पर प्रदूषण से नहीं मिली राहत

जागरण संवाददाता फतेहाबाद गेहूं बिजाई का समय अब चल रहा है। यहीं कारण है कि किसा

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Nov 2021 10:46 PM (IST)Updated: Sat, 13 Nov 2021 10:46 PM (IST)
आठ किमी प्रति घंटे से चली हवा से हटा स्माग, पर प्रदूषण से नहीं मिली राहत

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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गेहूं बिजाई का समय अब चल रहा है। यहीं कारण है कि किसान अब खेतों को खाली करने में लगे हुए है। यहीं कारण है कि किसान लगातार पराली में आग लगा रहे है। अब इसका असर आबोहवा में भी देखने को मिल रहा है। पिछले तीन चार दिनों से लगातार एक्यूआइ बढ़ रहा था। शाम होते ही सांस लेना मुश्किल हो जाता है। लेकिन शनिवार को 8 किमी प्रति घंटे से हवा चलने के कारण धुएं से राहत मिली। धुआं कम होने के साथ ही एक्यूआइ भी 100 कम हो गया। शुक्रवार को एक्यूआइ 360 दर्ज किया गया था। इस दौरान सांस लेना भी मुश्किल था। शनिवार को राहत मिल। सुबह से हवा चलने के कारण एक्यूआइ 260 दर्ज किया गया है। लेकिन शाम होते ही फिर वहीं दिक्कत शुरू हो रही है। रात के समय जैसे ही ठंड पड़ती है और तापमान में गिरावट आती है वैसे ही धुआं भी बढ़ना शुरू हो जाता है। ऐसे में धुआं उड़ता नहीं बल्कि यहीं पर बैठा रहता है। इसलिए रात के समय सांस लेना मुश्किल हो रहा है। 30 जगह आगजनी की मिली लोकेशन

हरसेक हर दिन कृषि विभाग के अधिकारियों को आगजनी की सूचनाएं भेज रहे है। वहीं कृषि विभाग के अधिकारी जांच भी कर रहे है। हरसेक से जो लोकेशन मिल रही है वो हर प्रकार क आग की लेता है। अगर किसी किसान ने घासफूस में आग लगा रखी है तो उसकी लोकेशन भी जाती है। यहीं कारण है कि इस बार फेक लोकेशन अधिक मिल रह है। जिले में अब तक 1050 फायर लोकेशन मिल चुकी है। वहीं करीब छह लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया जा चुका है। पिछले साल की अपेक्षा इस बार कम जगह पर पराली जली है। पिछले साल एक्यूआइ भी 600 से अधिक था। लेकिन इस बार तो पिछले साल की अपेक्षा कम जगह पराली चली है और एक्यूआइ भी कम है। कृषि अधिकारियों ने की माने तो केवल 10 दिन और दिक्कत होगी और उसके बाद जिले में 90 प्रतिशत तक गेहूं की बिजाई हो जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी

जिले में एक्यूआइ 260 है लेकिन अब भी हवा खराब है। जिस व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत है उसे और अधिक परेशानी हो रही है। फतेहाबाद शहर में अनाजमंडी होने के कारण पहले ही मिट्टी अधिक आ रही है अब धुआं आने के कारण लोगों को परेशानी आ रही है। स्वास्थ्य विभाग ने बुजुर्ग से अपील की है कि कुछ समय के लिए सुबह के समय सैर न करने के लिए कहा। वहीं घर के दरवाजे व खिड़कियां बंद रखने के लिए कहा। अगर ऐसा करते है तो काफी हद तक इस धुएं से बचा जा सकता है। इन आंकड़ों पर डालें नजर

जिले में अब तक मिली फायरलोकेशन : 1050

शुक्रवार रात को मिली लोकेशन : 30

किसानों पर लगाया गया जुर्माना : 6 लाख

किसानों को ट्रेस किया गया : 480

पराली से अन्य जगह मिले आगजनी के मामले : 250 पराली जलाने पर क्या है जुर्माना

2 एकड़ से कम भूमि : 2500 प्रति घटना

2 एकड़ से 5 एकड़ तक : 5000 प्रति घटना

5 एकड़ से अधिक भूमि: 15000 प्रति घटना इस तरह बढ़ा एक्यूआइ

सोमवार : 190

मंगलवार : 170

बुधवार : 175

वीरवार : 320

शुक्रवार : 360

शनिवार : 260 धुएं से बचने के लिए ये करें

-आंखों पर चश्मे का प्रयोग करे।

-हर एक घंटे के बाद ठंडे पानी से आंखों को धोये।

-घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करे।

-अगर आंखें खराब हो रही है तो चिकित्सक की सलाह अवश्य ले।

-दमा रोगी सुबह के समय सैर पर न आए।

-कमरों के दरवाजे व खिड़कियां बंद रखे ताकि धुआं अंदर न आए। अब जाने एक्यूआइ कहां तक होता है खतरनाक

0-50 : अच्छा

51-100 : संतोषजनक

101-200 : थोड़ा प्रदूषित

201-300 : खराब

301-400 : बहुत खराब

401-500 : गंभीर हरसेक से जो लोकेशन मिल रह है उसकी जांच की जा रही है। किसानों को समझाया जा रहा है कि पराली न जलाए। जो किसान पराली जलाते मिल रहे है उन पर जुर्माना लगाया जा रहा है। अब तक करीब छह लाख से अधिक का जुर्माना लगाया जा चुका है।

डा. राजेश सिहाग, उपकृषि निदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग।


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