जब वहीदा रहमान के लिए मसीहा बना ये एक्टर, हाथ से निकलने वाली थी ब्लॉकबस्टर फिल्म
हिंदी सिनेमा की दिग्गज अदाकारा वहीदा रहमान (Waheeda Rehman) ने साल 1956 में अपना करियर शुरू किया था। गुरु दत्त ने उन्हें लॉन्च किया था। मगर क्या आपको पता है कि वह अपनी पहली फिल्म से निकाली जाने वाली थी। तब एक एक्टर ने मसीहा बनकर उनका करियर बचाया था।

इस एक्टर ने बचाया था वहीदा रहमान का करियर। फोटो क्रेडिट- इंस्टाग्राम
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड (Dadasaheb Phalke Award) जीत चुकीं वहीदा रहमान (Waheeda Rehman) सिनेमा जगत की उम्दा अदाकाराओं में शुमार हैं। उन्होंने अपनी बेहतरीन अदाकारी से सिनेमा में एक अलग जगह बनाई है।
मगर क्या आपको पता है कि जिस वहीदा ने एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं, उन्हें अपनी डेब्यू फिल्म से लगभग निकाल ही दिया गया था। उस वक्त सिर्फ देव आनंद (Dev Anand) ही थे, जिन्होंने उनका करियर बचाया था।
देव आनंद के साथ आई वहीदा की पहली फिल्म
वहीदा रहमान ने बॉलीवुड में डेब्यू करने से पहले साउथ सिनेमा में काम किया था। वहीदा को बॉलीवुड में लाने का श्रेय गुरु दत्त को जाता है। उन्होंने ही एक्ट्रेस को मुंबई बुलाया और अपनी फिल्म 'सीआईडी' में कास्ट किया था। इस फिल्म में उनके अपोजिट देव आनंद (Dev Anand) थे।
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वहीदा के अभिनय से खुश नहीं थे डायरेक्टर
सीआईडी से वहीदा रहमान का डेब्यू बड़ी बात थी। इस फिल्म का निर्देशन राज खोसला कर रहे थे। जब वह फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, तब वह वहीदा के अभिनय से खास खुश नहीं थे। वह उन्हें रिप्लेस करना चाहते थे। गुरु दत्त को वहीदा पर यकीन तो था, लेकिन राज की बात मानने को मजबूर हो गए थे। हालांकि, उस वक्त देव आनंद ही थे, जिन्होंने राज को मनाया कि वह वहीदा को एक और मौका दें।
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देव आनंद की वजह से सीआईडी से किया डेब्यू
देव आनंद की रिक्वेस्ट पर राज खोसला ने वहीदा को एक मौका दिया और अभिनेता ने सेट पर उनका हौंसला बढ़ाया और मार्गदर्शन किया। सीआईडी सिनेमाघरों में रिलीज हुई और वह पहली हिंदी फिल्म से छा गईं। उनकी परफॉर्मेंस की भी खूब तारीफ हुई। इसके बाद उन्होंने प्यासा और गाइड जैसी क्लासिक मूवीज में काम किया। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर देव आनंद एक चांस न मांगते तो शायद सीआईडी में वहीदा न होतीं।
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