बिहार में शिक्षा विभाग ने मिड डे मील रसोई केंद्रों की आन स्पॉट जांच के दिए आदेश, अनियमितता पर कार्रवाई तय
शिक्षा विभाग ने बिहार के सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में मध्याह्न भोजन के केंद्रीयकृत रसोई घरों में साफ-सफाई और अनियमितताओं की शिकायतों पर गंभीर संज्ञ ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश के सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों के बच्चों को मध्याह्न भोजन के केंद्रीयकृत रसोई घरों में साफ-सफाई और अनियमितता संबंधी शिकायतें मिली हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग ने केंद्रीयकृत रसोई घरों की आन स्पॉट जांच कर उसकी रिपोर्ट जिलों से मांगी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधित संस्थाओं पर कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा विभाग के मुताबिक केंद्रीयकृत रसोई घरों की जांच रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई हेतु जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है। कुछ जिलों में विभिन्न स्तर पर जांच में देखा जा रहा है कि सरकारी विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बांट रही स्वयं सेवी संस्थाओं की केंद्रीयकृत रसोई घरों द्वारा ठीक से काम नहीं किया जा रहा है। इसलिए संबंधित रसोई घरों की जांच कराई जा रही है। यह भी जांच की जा रही है कि रसोई घर से विद्यालय तक भोजन लाने वाले वाहनों की स्थिति कैसी है? रिपोर्ट तैयार कराकर मांगी गई है।
बता दें कि स्वयं सेवी संस्थाओं की ओर से हसनपुरा, खड़गपुर, जमालपुर, बरहिया, बाढ़, अरेराज, शेखपुरा, आंदर, लखीसराय, अरवल सदर, शेखोपुरसराय, केसरिया, ढाका, रक्सौल और मुंगेर नगर निकायों में एक दिसंबर से चिन्हित विद्यालयों में केंद्रीयकृत रसोई से बच्चों को मध्याह्न भोजन की आपूर्ति की जा रही है।
शिक्षा विभाग यह देख रहा है कि मध्याह्न भोजन का यह सिस्टम प्रभावी है या नहीं। नगर निकायों के 552 सरकारी मध्य विद्यालयों में केंद्रीयकृत रसोई घरों से मध्याह्न भोजन की आपूर्ति की जा रही हैं।
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