पूर्णिया में 108 लोगों ने हिंदू धर्म में की वापसी, हवन-आरती और वैदिक मंत्रोच्चारण से गूंजा माहौल
पूर्णिया के बनमनखी में विहिप द्वारा आयोजित स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर 19 परिवारों के 108 सदस्यों ने ईसाई धर्म छोड़कर हिंदू धर्म में घरवापसी की। ...और पढ़ें
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हवन पक बैठे विहिप कार्यकर्ता के साथ मौजूद अन्य। (जागरण)
संवाद सूत्र, बनमनखी (पूर्णिया)। विश्व हिंदू परिषद के तत्वावधान में बनमनखी स्थित विहिप गढ़ परिसर में शुक्रवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस समारोह का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर 19 परिवारों के 108 सदस्यों ने ईसाई मत छोड़कर वैदिक परंपराओं के साथ हिंदू धर्म में घरवापसी की।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विहिप के बिहार-झारखंड धर्म प्रचार प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बहला-फुसलाकर कराया गया मतांतरण समाज के लिए गंभीर विषय है और इसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने हिंदू समाज से एकजुट रहने की अपील करते हुए युवाओं से अपने धर्म, संस्कृति और परंपराओं को समझने और उससे जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पौराणिक संस्कृति को जीवंत रखना और उसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाना समय की जरूरत है।
वहीं, उत्तर बिहार धर्म प्रचार प्रमुख भानु प्रताप ने कहा कि वर्तमान में चल रहा लव जिहाद सोची-समझी साजिश है। इस पर रोक लगाने के लिए हम दुर्गा वाहिनी और मातृ शक्ति आदि समेत विभिन्न संगठनों से मां-बहनों को जोड़कर जागरूक कर रहे हैं।
पूरे भारत भर में अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सामूहिक हवन से हुई। पंडित कन्हैया झा के वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच यज्ञ संपन्न कराया गया। इसके बाद घरवापसी करने वाले परिवारों को विधि-विधान से हिंदू धर्म में शामिल कराया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता बनमनखी विहिप प्रखंड अध्यक्ष गुड्डू चौधरी ने की। मंच संचालन भानु प्रताप सिंह और राणा गौतम सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन जिला मंत्री राणा गौतम सिंह ने किया। मौके पर विहिप और बजरंग दल के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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