Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    तेज प्रताप यादव से जान का खतरा; JJD के पूर्व राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता ने पटना के थाने में लगाई गुहार

    By Naki Imam(phulwari) Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Sat, 27 Dec 2025 10:53 PM (IST)

    तेज प्रताप यादव की शिकायत के बाद, उनकी पार्टी JJD के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता संतोष रेणु यादव ने भी पटना के बेउर थाने में अपनी जान को खतरा बताते हुए स ...और पढ़ें

    Hero Image

    मीडिया से बात करते तेज प्रताप यादव।

    संवाद सूत्र, फुलवारीशरीफ (पटना)। तेज प्रताप यादव की शिकायत के बाद अब उनकी पार्टी के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता रहे संतोष रेणु यादव ने भी पुलिस की शरण ली है। 

    बेउर थाना में संतोष रेणु यादव ने आवेदन देकर अपनी जान को खतरा बताया है। आवेदन में उन्होंने अपनी सुरक्षा की मांग की है। 

    दो दिन पहले तेज प्रताप ने की थी श‍िकायत

    इस संबंध में बेउर थानाध्यक्ष ने बताया कि संतोष रेणु यादव ने आवेदन दिया है। उसकी जांच की जा रही है। प्राप्त आवेदन में आवेदन कर्ता ने अपनी जान को तेज प्रताप से खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जांच के बाद आगे की करवाई की जाएगी। वह पहले तेज प्रताप की पार्टी की पदाधिकारी थे। विवाद हो जाने के कारण उन्होंने पार्टी छोड़ दी है। 

    बता दें कि दो दिन पूर्व तेज प्रताप यादव ने दो दिन पूर्व सचिवालय थाने में अपनी पार्टी के प्रवक्‍ता के खिलाफ शि‍कायत दर्ज कराई थी। 

    आरोप लगाया कि संतोष ने उन्‍हें जान से मारने की धमकी दी। इसके साथ ही उन्‍होंने अपनी सुरक्षा के लिए उपमुख्‍यमंत्री सह गृह मंत्री सम्राट चौधरी को पत्र लिखा था।   

    कब मेरी हत्‍या हो जाए

    तेज प्रताप ने बताया कि अपनी पार्टी जनशक्‍त‍ि जनता दल (JJD) का राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता बनाए जाने के बाद संतोष रेणु यादव ने पार्टी विरोधी काम शुरू कर दिया था।  

    तेज प्रताप ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि, हमपर खतरा है। इसलिए सुरक्षा की मांग की है। कब उनकी हत्‍या हो जाए, कोई ठीक नहीं। सोशल मीडिया पर लगातार उन्‍हें धमकाया जा रहा है।

    पूर्व प्रवक्‍ता के बेउर थाने में शिकायत दर्ज कराने पर उन्‍होंने कहा कि वह प्रवक्‍ता था, अब है नहीं, अब वह खूनी अपराधी हो गया है। सम्राट चौधरी को भी लिखकर दिए हैं। 

    इस क्रम में उन्‍होंने राबड़ी आवास में किसी तरह के तहखाना होने से इंकार किया।