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BPSC 64th final result: टिकारी के तीन सफल प्रतिभागियों ने रोशन किया क्षेत्र का नाम, जानें उनकी पहचान

प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से समय समय पर प्रतिभाशाली लोगों का चेहरा मानस पटल पर प्रदर्शित होता रहता है। 64 वीं बीपीएससी का घोषित परिणाम के बाद अभी तक दो बेटियों सहित तीन सफल प्रतिभागी सामने आ चुके हैं।

By Prashant KumarEdited By: Published: Mon, 07 Jun 2021 02:45 PM (IST)Updated: Mon, 07 Jun 2021 02:45 PM (IST)
बीपीएससी में उत्‍तीर्ण राजबला सिंह, कुणाल गौरव और नीलम। जागरण।

संवाद सूत्र, टिकारी (गया)। गया जिले के टिकारी में प्रतिभावान लोगों की कमी नही है। प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से समय समय पर प्रतिभाशाली लोगों का चेहरा मानस पटल पर प्रदर्शित होता रहता है। 64 वीं बीपीएससी का घोषित परिणाम के बाद अभी तक दो बेटियों सहित तीन सफल प्रतिभागी सामने आ चुके हैं, जिन्होंने सफलता का झंडा बुलंद कर टिकारी का नाम रौशन किया है।

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एक शहर के तिताईगंज मोहल्ले की रहने वाली और मिडिल स्कूल मरदुआ में शिक्षक के पद पर कार्यरत नीलम कुमारी है तो दूसरी लशकरगंज की राजबाला सिंह। वहीं तीसरा रिकाबगंज मोहल्ले में रहने वाली महिला चिकित्सक डॉ किरण कुमारी के पुत्र कुणाल गौरव। नीलम का चयन एससी/एसटी वेलफेयर ऑफिसर के रूप में तो राजबाला का सप्लाई इंस्पेक्टर पद पर, जबकि कुणाल का चयन राजस्व अधिकारी के रूप में हुआ है।

नगर परिषद क्षेत्र टिकारी के तिताईगंज मोहल्ला की रहने वाली नीलम शिक्षिका के पद पर रहते हुए सेल्फ स्टडी के बल पर यह सफलता हासिल की है। इससे पहले बीपीएससी की 62 वीं में भी पीटी और मेंस में सफलता हासिल इंटरव्यू तक पहुंच चुकी थी। लेकिन बदकिस्मती से इंटरव्यू में वह सफल नही हो सकी। लेकिन हिम्मत नही हारी और बुलंद हौसले के साथ अध्ययन में जुटी रही। जिसका परिणाम बीपीएससी 64 वीं में सामने सफलता के रूप में सामने आयी।

नीलम प्रारंभिक शिक्षा से लेकर अपनी सारी पढ़ाई टिकारी में रहकर ही पूरी की है। नीलम के सफलता पर पूरे परिवार को गर्व है और घर मे खुशी का माहौल है। इसी प्रकार प्रखंड के लश्करगंज की मूल निवासी और महाराष्ट्र में अपने पिता के साथ रहकर मास्टर ऑफ फार्मेसी की डिग्री लेने वाली राजबाला सिंह का चयन सप्लाई इंस्पेक्टर पद पर हुआ है। राजबाला को यह सफलता पहले प्रयास में ही मिला है। वह टीसीएस कंपनी में जॉब करती थी। राजबाला डिहुरा पंचायत के पूर्व मुखिया स्व मथुरा सिंह की पोती बताई जाती है। राजबाला के पिता महाराष्ट्र में डब्ल्यूसीएल में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। राजबाला के सफलता की सूचना के बाद गांव में खुशी का माहौल है।

वहीं महिला चिकित्सक के रूप में टिकारी की धरती पर कदम रखने वाली और वर्षों से यंहा किराए के मकान में रह रही रांची के डॉ किरण कुमारी के पुत्र कुणाल गौरव ने भी बीपीएससी में बाजी मारी है। कुणाल ने 496 रैंक लाकर राजस्व पदाधिकारी का पद प्राप्त किया है। कुणाल की प्राथमिक शिक्षा टिकारी में हुई थी। उसके बाद कुणाल बीपीएससी की तैयारी करने रांची चला गया और वंही रहकर पढ़ाई के साथ तैयारी में लगा था। टिकारी और कोंच पीएचसी कार्यरत रह चुकी महिला चिकित्सक डॉ. किरण कुमारी के कुणाल बड़े पुत्र है।

डॉ कुमारी अब भी टिकारी के रिकाबगंज मोहल्ले में नर्सिंग होम चलाती है। नीलम, राजबाला और कुणाल के इस सफलता पर नगर परिषद के अध्यक्ष शीला देवी, उपाध्यक्ष अर्चना सिंह, वार्ड पार्षद सह पूर्व नगर अध्यक्ष सिंधु जैन, संजय जैन, सामाजिक कार्यकर्ता अभिषेक सिंह उर्फ लाला, शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष प्रेम सिंह, राजेश कुमार, +2 सर्वोदय उच्च विधालय मखदुमपुर के प्रभारी प्रधानाध्यापक मो अबरार आलम, नवीन कुमार, संजय कुमार, सीमाब अख्तर, शबलु, प्रिंस, शानू आदि ने प्रसन्न्ता व्यक्त करते हुए दोनो सफल प्रतिभागियों को टिकारी का नाम रौशन करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बधाई दी है।


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