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Uttarakhand Forest Fire: आखिर कब थमेगी उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग, इन क्षेत्रों में धधक रहे जंगल; दो फायर वाचर झुलसे

उत्तराखंड में जंगलों के धधकने का सिलसिला थमने के बजाय बढ़ता जा रहा है। शुष्क मौसम के चलते जंगल की आग और विकराल होती जा रही है। मंगलवार को 24 घंटे के भीतर प्रदेश में आग की 68 नई घटनाएं हुईं जिनमें कुल 88 हेक्टेयर वन क्षेत्र को क्षति पहुंची है। इस दौरान कुमाऊं में दो फायर वाचर भी आग की चपेट में आकर झुलस गए।

By Vijay joshi Edited By: Jeet Kumar Published: Wed, 01 May 2024 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 01 May 2024 06:00 AM (IST)
आखिर कब थमेगी उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग

जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड में जंगलों के धधकने का सिलसिला थमने के बजाय बढ़ता जा रहा है। शुष्क मौसम के चलते जंगल की आग और विकराल होती जा रही है। मंगलवार को 24 घंटे के भीतर प्रदेश में आग की 68 नई घटनाएं हुईं, जिनमें कुल 88 हेक्टेयर वन क्षेत्र को क्षति पहुंची है। इस दौरान कुमाऊं में दो फायर वाचर भी आग की चपेट में आकर झुलस गए।

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वन विभाग की ओर से जंगल में आग लगाने वालों की गिरफ्तारी और मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई भी जारी है। अब तक जंगल में आग लगाने पर वन अपराध के तहत कुल 298 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं और 50 व्यक्तियों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, फायर सीजन में अब तक कुल 721 घटनाओं में 903 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल चुका है। इसके अलावा अब तक जंगल की आग में दो फायर वाचर समेत चार व्यक्ति भी झुलस चुके हैं।

जंगलों में आग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं

मौसम की बेरुखी के बीच उत्तराखंड के जंगलों में आग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। तमाम प्रयासों के बावजूद जंगल की आग पर काबू पाने में वन कर्मियों के हाथ-पांव फूल रहे हैं। खासकर रिहायशी क्षेत्रों के आसपास जंगल की आग पहुंचने से जानमाल के नुकसान का खतरा बना हुआ है। सेना के सहयोग से वन कर्मी लगातार जंगल की आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं।

फायर वाचर जंगल की आग बुझाने के दौरान झुलस गए

नैनीताल वन प्रभाग के अंतर्गत भवाली रेंज में एक फायर वाचर और अल्मोड़ा वन प्रभाग के अंतर्गत कोसी रेंज में एक फायर वाचर जंगल की आग बुझाने के दौरान झुलस गए। वन विभाग की ओर से मुख्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। साथ ही जंगल की आग की सूचना देने के लिए नंबर भी जारी किए गए हैं। 18001804141, 01352744558 पर काल कर सकते हैं। साथ ही 9389337488 व 7668304788 पर वाट्सएप के माध्यम से भी सूचित कर सकते हैं। इसके अलावा राज्य आपदा कंट्रोल रूम देहरादून को भी 9557444486 और हेल्पलाइन 112 पर भी आग की सूचना दे सकते हैं।

इन क्षेत्रों में धधक रहे जंगल

टिहरी बांध प्रथम वन प्रभाग, नैनीताल वन प्रभाग, भूमि संरक्षण रानीखेत वन प्रभाग, अल्मोड़ा वन प्रभाग, सिविल सोयम अल्मोड़ा वन प्रभाग, तराई पूर्वी वन प्रभाग, रामनगर वन प्रभाग, मसूरी वन प्रभाग, लैंसडौन भूमि संरक्षण वन प्रभाग, सिविल सोयम पौड़ी वन प्रभाग, केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग आदि में जंगल धधक रहे हैं।

जंगल में आग लगाने वालों पर सख्ती

बेकाबू हो रही जंगल की आग को बुझाने में सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। जबकि, कुछ शरारती तत्व जानबूझकर जंगल में आग लगा रहे हैं। जिस पर वन विभाग की ओर से कड़ी कार्रवाई की जा रही है। अब तक इस सीजन में जंगल में आग लगाने पर वन संरक्षण अधिनियम और वन अपराध के तहत 298 मुकदमे दर्ज कराए जा चुके हैं। जिनमें 252 मुकदमे अज्ञात और 46 मुकदमे ज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध कराए गए हैं। साथ ही अब तक कुल 50 व्यक्तियों को जंगल में आग लगाने पर गिरफ्तार किया जा चुका है।


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