मात्र तीन घंटे में पूरा होगा संगमनगरी से रामनगरी का सफर, इस खास रूट का होगा दोहरीकरण; बजट में रखा गया खास ध्यान
Budget 2024 प्रयागराज होकर अयोध्या जाने वाली ट्रेनों को कम समय में पहुंचाने अधिक संख्या में ट्रेनें चलाने और यात्रियों का सफर आसान करने के लिए प्रयागराज-प्रतापगढ़-सुल्तानपुर-अयोध्या रेलमार्ग का दोहरीकरण होगा। अंतरिम रेल बजट पेश करने के बाद मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी मीडिया से साझा की। अब यात्रियों का परेशानी नहीं होगी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। पूरे देश से रामनगरी अयोध्या जाने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है। ऐसे में प्रयागराज होकर अयोध्या जाने वाली ट्रेनों को कम समय में पहुंचाने, अधिक संख्या में ट्रेनें चलाने और यात्रियों का सफर आसान करने के लिए प्रयागराज-प्रतापगढ़-सुल्तानपुर-अयोध्या रेलमार्ग का दोहरीकरण होगा।
इस दोहरीकरण से प्रयागराज से अयोध्या की 160 किमी की दूरी ट्रेन से मात्र तीन घंटे में तय हो जाएगी। अभी यहां पहुंचने में पांच घंटे का समय लग रहा है। गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा अंतरिम रेल बजट पेश करने के बाद मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी मीडिया से साझा की।
रेल मंत्री ने दी जानकारी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि फाफामऊ से अयोध्या धाम तक 151 किमी का दोहरीकरण होगा। एकल मार्ग पर विद्युतीकरण हो चुका है। इससे अभी अयोध्या तक चल रही पांच ट्रेनों को सीधा लाभ होगा। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान जीएम एनसीआर रविंद्र गोयल, डीआरएम हिमांशु बडोनी, सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय, सीनियर डीसीएम हिमांशु शुक्ला, सीनियर पीआरओ डा. अमित मालवीय, पीआरओ अमित कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
यूपी में खर्च होंगे सर्वाधिक पैसे
प्रदेश में उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर रेलवे व पूर्वोत्तर रेलवे इस समय प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ, फूलपुर समेत प्रदेश के 157 रेलवे स्टेशनों को अमृत स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। नई लाइनें, फ्लाईओवर, अंडरपास, ट्रैक दोहरीकरण का कार्य हो रहा है।
प्रदेश को मिले 19575 करोड़ रुपये
इन सभी कार्य को इसी वित्तीय वर्ष में पूरा करने के लिए प्रदेश को 19575 करोड़ रुपये मिले हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यूपीए शासनकाल में वर्ष 2009-14 के दौरान यूपी को हर वर्ष 1109 करोड़ रुपये ही मिलते थे। अब इसे 17 गुना बढ़ा दिया गया है। प्रदेश में 142 स्टेशन पर स्थानीय उत्पाद के लिए स्टॉल व प्रदेश में 1377 आरयूबी-आरओबी बनाए गए हैं।
कवच को लेकर तैयारी तेज
महाप्रबंधक रविंद्र गोयल ने बताया कि हम कवच को लेकर बहुत तेजी से काम कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य इसी वर्ष इन्फ्रास्ट्रक्चर का कार्य पूरा कर लेने के लिए है। मथुरा-पलव सेक्शन में हमने ट्रायल भी शुरू कर दिया है। मार्च 2024 तक 54 में से आठ अमृत भारत स्टेशन का कार्य पूरा हो जाएगा। जबकि अन्य का कार्य दिसंबर तक पूरा होगा।