Good News: गोरखपुर कैंट से चलेंगी नरकटियागंज रूट की पैसेंजर ट्रेनें, चुनाव बाद मिल सकती है हरी झंडी
कैंट स्टेशन नए कलेवर में दिखने लगा है। पुराने की जगह नए अति आधुनिक भवनों ने ले लिया है। दो फुट ओवरब्रिज यात्रियों की राह आसान कर रहे हैं। पांच प्लेटफार्म से ट्रेनें चलने लगी हैं। एक दो और तीन से नरकटियागंज तथा चार और पांच नंबर प्लेटफार्म से छपरा व वाराणसी रूट की ट्रेनें चल रही हैं। प्लेटफार्म एक की लंबाई बढ़कर 600 मीटर हो गई है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर से नरकटियागंज, छपरा और वाराणसी रूट पर चलने वाली पैसेंजर (सवारी गाड़ी) ट्रेनें अब गोरखपुर कैंट से चलाई जाएंगी। प्रथम चरण में रेलवे प्रशासन ने नरकटियागंज रूट पर चलने वाली चार जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों को कैंट से चलाने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है।
चुनाव के बाद प्रस्ताव पर रेलवे प्रशासन की अनुमति मिल सकती है। आने वाले दिनों में कैंट से लोकल रूट पर चलने वाली इंटरसिटी और मेमू ट्रेनों ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो जाएगा। गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों का लोड कम होगा। समय पालन दुरुस्त होने से ट्रेनें समय से गंतव्य पर पहुंचेगी।
गोरखपुर जंक्शन का लोड कम करने तथा पूर्वांचल के लोगों को एक और टर्मिनल स्टेशन देने के उद्देश्य से कैंट को 20 करोड़ रुपये की लागत से सैटेलाइट के रूप में विकसित किया जा रहा है। जल्द ही नव निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
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कैंट स्टेशन नए कलेवर में दिखने लगा है। पुराने की जगह नए अति आधुनिक भवनों ने ले लिया है। दो फुट ओवरब्रिज यात्रियों की राह आसान कर रहे हैं। पांच प्लेटफार्म से ट्रेनें चलने लगी हैं। एक, दो और तीन से नरकटियागंज तथा चार और पांच नंबर प्लेटफार्म से छपरा व वाराणसी रूट की ट्रेनें चल रही हैं। प्लेटफार्म एक की लंबाई बढ़कर 600 मीटर हो गई है।
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फिलहाल, गोरखपुर जंक्शन से ट्रेनों का लोड कम करने के लिए रेलवे प्रशासन ने बढ़नी में भी वाशिंग पिट का भी निर्माण शुरू करा दिया है। कार्य अंतिम चरण में है। जल्द ही गोरखपुर की कुछ ट्रेनों का संचालन बढ़नी से शुरू हो जाएगा। इसको लेकर अधिकारियों के बीच मंथन जारी है। सिवान रूट की कुछ पैसेंजर ट्रेनें नकहा जंगल से चलने लगी हैं।
चुनाव बाद कैंट के सेकेंड इंट्री का भी शुरू हो जाएगा निर्माण
यात्रियों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए कैंट स्टेशन पर भी गोरखपुर जंक्शन की तरह सेकेंड इंट्री (द्वितीय प्रवेश द्वार) बनेगी। चुनाव बाद सेकेंड इंट्री का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। स्टेशन के दक्षिण की तरफ भूमि के लिए रक्षा मंत्रालय की हरी झंडी मिल गई है।
इंजीनियरों ने स्टेशन के दक्षिण तरफ सेकेंड इंट्री के लिए लगभग 20 मीटर चौड़ी और 500 मीटर लंबी सड़क बनाने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। सेकेंड इंट्री बन जाने से कैंट में भी यात्री एम्स की तरफ से बिना रेलवे क्रासिंग पार किए अपने वाहन से सीधे स्टेशन के प्लेटफार्म पर निर्धारित कोच के सामने तक पहुंच जाएंगे। रेलवे क्रासिंग पर न जाम लगेगा और न यात्रियों की ट्रेन छूटेगी।