Ghaziabad Crime: भाभी को नहीं हो रही थी संतान तो देवर ने कराया बच्चे का अपहरण, कई बार हो चुका था फेल
अपहरण की योजना के तहत 30 अप्रैल को मुकेश पड़ोसी कमलेश पजियार के चार वर्षीय बेटे को आइसक्रीम खिलाने का झांसा देकर जीटी रोड तक ले गया। यहां से उसे उठाकर भाग निकला। वह बच्चे के अपहरण की जानकारी अपनी बहन पूनम को देकर गया था। बच्चा नहीं मिलने पर कमलेश परेशान हो गए। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। कोतवाली क्षेत्र के अर्थला में मौसेरे भाई की पत्नी को संतान नहीं होने पर एक व्यक्ति ने चार वर्षीय बच्चे का अपहरण कर लिया। पुलिस ने आरोपित व्यक्ति और उसकी बहन और मौसा को गिरफ्तार कर बच्चे को बरामद कर लिया है।
सहायक पुलिस आयुक्त साहिबाबाद रजनीश कुमार उपाध्याय ने बताया कि मुकेश उर्फ काले अपनी बहन पूनम के साथ संजय कालोनी अर्थला में रहता है। मुकेश का मौसा पाला लकड़मंडी थाना कोतवाली किला चौक पटियाला पंजाब में रहता है। मौसा पाला के बेटे बीरू की शादी चार वर्ष पहले हुई थी। उनकी कोई संतान नहीं है।
बच्चे का अपहरण करने की साजिश रची
पाला ने मुकेश के साथ किसी बच्चे का अपहरण करने की साजिश रची। पाला ने अपहरण की जिम्मेदारी मुकेश को सौंपी थी। बच्चा का अपहरण करने के लिए दोनों पहले संजय कालोनी में रेकी की। किस घर में कितने बच्चे हैं, इसकी जानकारी हासिल की।
योजना के तहत 30 अप्रैल को मुकेश पड़ोसी कमलेश पजियार के चार वर्षीय बेटे को आइसक्रीम खिलाने का झांसा देकर जीटी रोड तक ले गया। यहां से उसे उठाकर भाग निकला। वह बच्चे के अपहरण की जानकारी अपनी बहन पूनम को देकर गया था। बच्चा नहीं मिलने पर कमलेश परेशान हो गए। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की।
पुलिस ने कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला
पुलिस ने कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। मुकेश बच्चे को ले जाते हुए कैमरे में कैद हो गया। कमलेश ने तुरंत मुकेश को पहचान लिया। इसके बाद पुलिस ने पूनम को हिरासत में लिया। पूनम ने पहले तो अपहरण की बात से मना कर दिया लेकिन जब उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाई तो उसने अपने भाई का अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने बच्चे को दिल्ली से बरामद कर लिया। मुकेश, पाला और पूनम को गिरफ्तार कर लिया। पूनम और पाला को साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
कई लोगों के बच्चों पर थी नजर
आरोपित ने रेकी कर कई लोगों के बच्चों के नजर रखनी शुरू कर दी थी। वह बच्चे के अपहरण करने का मौका देख रहा था। आरोपित की मंशा दो वर्ष से छोटे बच्चे का अपहरण करने की थी लेकिन छोटा बच्चे के अपहरण का मौका नहीं मिला। जिस वजह से उसने चार वर्षीय बच्चे का अपहरण किया।