ममता बोलीं-पश्चिम बंगाल के अंडे पूरी तरह हैं सुरक्षित, अफवाहों की होगी जांच
सीएम ममता बनर्जी ने दावा किया है कि बंगाल का अंडा पूरी तरह से सुरक्षित है। यहां प्लास्टिक अंडे का व्यवसाय नहीं होता है।
जागरण टीम, खड़गपुर/कोलकाता। महानगर में जारी प्लास्टिक अंडा विवाद को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी गंभीरता से लिया है। खड़गपुर के कॉलेज मैदान में आयोजित जनसभा में सीएम ने दावा किया कि बंगाल का अंडा पूरी तरह से सुरक्षित है। यहां प्लास्टिक अंडे का व्यवसाय नहीं होता है। यह कोरी अफवाह है।
मैगी विवाद का उल्लेख करते हुए सीएम ने आशंका जताई कि प्लास्टिक अंडा विवाद भी कुछ ऐसा ही है। उन्होंने साफ किया कि ऐसी अफवाह फैलानेवालों के खिलाफ राज्य सरकार सख्त कदम उठाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य पोलट्री फाउंडेशन ने उन्हें बताया है कि प्लास्टिक अंडे बनाने का खर्च असली से कहीं ज्यादा है। ऐसे में कोई क्यों प्लास्टिक के अंडे बनाएगा। सीएम ने राज्य के लोगों से बेखौफ अंडा खाने की सलाह दी है। बकौल सीएम राज्य में 80 लाख अंडों का उत्पादन रोजाना होता है। जो राज्य की जरूरत का आधा है। ऐसे में जरूरत पूरी करने के लिए बाहर राज्य से अंडे मंगाए जाते हैं। संभव है अत्यधिक गर्मी से अंडे सड़ गए हों। या उनमें संक्रमण पैदा हो गया हो, लेकिन प्लास्टिक अंडे का हव्वा खड़ा करने का क्या औचित्य है।
मुख्यमंत्री ने दुकान में बोर्ड लगा कर बंगाल का अंडा बिक्री करने का निर्देश दिया। मौके पर सीएम ने घोषणा की कि अगले एक वर्ष में बंगाल अंडा उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जाएगा।
मिड डे मील से अंडे गायब
एक तरफ सीएम अंडों को लेकर जारी आशंका को निराधार बता रहीं हैं, वहीं मालदा के कुछ स्कूलों में मि़ड डे मील से अंडा गायब है। इंगलिश बाजार नगरपालिका ने अपने क्षेत्र में सभी प्राथमिक स्कूलों में मिड डे मील में सात दिनों के लिए अंडे देने पर रोक लगाने का निर्देश दिया है। साथ ही, नकली अंडे की पहचान के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया।
जांच में प्लास्टिक का अंडा होने का नहीं मिला प्रमाण
महानगर के पार्कसर्कस क्षेत्र के करया में पहली बार प्लास्टिक का अंडा होने का मामला सामने आया था। तिलजला की रहने वाली अनीता कुमार की शिकायत के बाद पुलिस व कोलकाता नगर निगम ने जांच शुरू की थी। उस अंडे का नमूना एकत्रित कर पशु संसाधन विभाग ने उसकी जांच कराई है। रिपोर्ट सोमवार को सामने आया है जिसमें कहा गया है कि उक्त अंडा प्लास्टिक का नहीं है बल्कि सड़ा हुआ था। उक्त रिपोर्ट कोलकाता पुलिस के इनफोर्समेंट ब्रांच और कोलकाता नगर निगम के खाद्य विभाग को सौंप दी गई। प्लास्टिक के अंडे की खबर आने के बाद इस प्रकरण में पहली गिरफ्तारी भी हुई है।
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