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    लालबत्ती उतारने से खत्म नहीं होता वीआइपी कल्चर: डॉ. इंदिरा हृदयेश

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Sat, 22 Apr 2017 04:05 AM (IST)

    नेता प्रतिपक्ष व हल्द्वानी विधायक डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि लालबत्ती उतार लेने भर से कोई वीआइपी कल्चर खत्म नहीं होता।

    लालबत्ती उतारने से खत्म नहीं होता वीआइपी कल्चर: डॉ. इंदिरा हृदयेश

    काशीपुर, [जेएनएन]: नेता प्रतिपक्ष व हल्द्वानी विधायक डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि लालबत्ती उतार लेने भर से कोई वीआइपी कल्चर खत्म नहीं होता। भाजपा सरकार को एक माह हो चुका है, लेकिन काम कहीं भी नजर नहीं आ रहा। भाजपा नेताओं को बड़े बयानों की बजाय विकास पर फोकस करना चाहिए।

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    शुक्रवार को पटेल नगर स्थित कांग्रेस नवचेतना भवन के 7.85 लाख की लागत से हुए सुंदरीकरण व जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ करने के बाद डॉ. इंदिरा ने पत्रकारों से वार्ता की। कहा कि चुनाव में हुई हार का मूल्यांकन किया जा रहा है। कुमाऊं में समीक्षा बैठकों के बाद गढ़वाल में भी कार्यकर्ताओं के साथ विमर्श होगा। संगठन की मजबूती के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। जिससे कांग्रेस अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा फिर हासिल कर सके। 

    लालबत्ती उतरवाने की बजाय भाजपा को विकास पर फोकस करने की नसीहत देते हुए कहा कि यदि जनता केवल बातों पर खुश है तो इस बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं। फिर तो जनता के आदेश को ही हमें भी मानना पड़ेगा। कांग्रेस शासन में राज्य का खूब विकास हुआ। हरीश रावत ने सीएम के कामकाज के साथ-साथ पार्टी अध्यक्ष के सहयोगी के रूप में भी रणनीति बनाते हुए काम किया। 

    सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भाजपा सरकार ने राज्य मार्गों को जिला मार्ग बना दिया गया। बावजूद शराब की दुकानें नहीं खुल सकीं। महिलाएं शराब के खिलाफ आंदोलन कर रही है। राज्य में शराब की बिक्री बंद होनी चाहिए। इस मौके पर पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा, पूर्व सांसद डा. महेंद्र पाल, जसपुर के विधायक आदेश चौहान आदि मौजूद थे।

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