एक डाक्टर के कंधे पर तीस हजार की आबादी की सेहत का भार
रुद्रप्रयाग जनपद के गुप्तकाशी में चिकित्सा व्यवस्था की इतनी बुरी हालत है कि यहां तीस हजार की आबादी में सिर्फ एक डॉक्टर है। उसी के कंधों पर सभी की सेहत है।
गुप्तकाशी, [जेएनएन]: रुद्रप्रयाग जनपद के गुप्तकाशी क्षेत्र की तीस हजार आबादी का जिम्मा एक चिकित्सक के भरोसे है। गुप्तकाशी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात एक मात्र चिकित्सक ही इस पूरे क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण करता है। वहीं चिकित्सालय में अन्य स्टाफ की भी भारी कमी है।
गुप्तकाशी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं का बुरा हाल है। चिकित्सालयों में नाममात्र का स्टाफ तैनात किया गया है। गुप्तकाशी कस्ब समेत बसुकेदार क्षेत्र, जखोली क्षेत्र, कालीमठ की तीस हजार की आबादी के बेहत्तर स्वास्थ्य की जिम्मेदारी इस चिकित्सालय पर निर्भर है। लेकिन चिकित्सालय में मात्र एक ही डाक्टर की तैनाती की गई है।
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चिकित्सालय में प्रतिदिन लगभग औसतन अस्सी ओपीडी एवं 15 से 20 इमरजेंसी के मरीज पहुंचते हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव में इन्हें उचित स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पाता है। अन्यत्र शहरों में उपचार के लिए जाना पड़ता है। जिला चिकित्सालय के साथ ही बेस चिकित्सालय श्रीनगर अधिकांश लोग उपचार के लिए पहुंचते हैं। आपदा के बाद गुप्तकाशी में 120 बेड के चिकित्सालय के निर्माण की घोषणा की गई थी, लेकिन अभी तक दो बर्ष बीत जाने के बाद भी आगे की कार्रवाई अमल में नहीं आ पाई है।
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रुद्रप्रयाग के मुख्य चिकित्साधिकारी आरपी बडोनी का कहना है कि जनपद में डाक्टरों की कमी बनी हुई है। इसके लिए शासन को अवगत कराया गया है। गुप्तकाशी में स्थाई रुप से एक डाक्टर की तैनाती की गई है। जिससे लोगों को परेशानी न होने पाए।
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