यहां चीड़ के पेड़ों पर ही बांध दिए बिजली के तार
सरकारी महकमा जो करे, वही कम है। जिले के सुदूरवर्ती गांवों में तो ऊर्जा निगम ने चीड़ के पेड़ों पर ही बिजली की लाइन खींच डाली। अब ऐसे पेड़ से दुर्घटना का खतरा मंडरा रहा है।
थल, [पिथौरागढ़]: सरकारी महकमा जो करे, वही कम है। जिले के सुदूरवर्ती गांवों में तो ऊर्जा निगम ने चीड़ के पेड़ों पर ही बिजली की लाइन खींच डाली। अब ऐसे पेड़ से दुर्घटना का खतरा मंडरा रहा है।
थल तहसील में थल से पांखू के लिए ऊर्जा निगम ने 11 केवी विद्युत लाइन खींची है। 11000 वोल्ट की इस लाइन के लिए बड़ेत के पास निगम ने बिजली के पोल लगाने की जहमत नही उठाई।
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निगम ने मार्ग में पड़ने वाले एक हरे चीड़ के पेड़ को ही पोल बना दिया। इससे पेड़ का आधा हिस्सा सूख गया। साथ ही बिजली के शाट सर्किट के चलते चिंगारी उठने से पेड़ जल भी चुका है।
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ऐसे में इस पेड़ के निकट जाने से ग्रामीण भी डरते हैं। ग्रामीणों ने अनुसार निगम ने यह कारनामा डेढ़ माह पूर्व किया। ग्रामीणों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन निगम के अधिकारियों ने एक नहीं सुनी।
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दूसरी ओर ऊर्जा निगम के अधिकारियों का कहना है कि करीब एक सप्ताह पूर्व पोल क्षतिग्रस्त होने पर तात्कालिक व्यवस्था की गई है। जल्द ही पोल लगा दिया जाएगा।
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