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    नैनीताल में कोसी नदी के बाशिंदों का जनांदोलन रंग लाया

    By gaurav kalaEdited By:
    Updated: Mon, 31 Oct 2016 05:10 AM (IST)

    कोसी घाटी के बाशिंदों का जनांदोलन, साथ में "दैनिक जागरण" की मुहिम फिर रंग लाई है। वर्षों से अधर में लटका रतौडा पुल के लिये संघर्ष ने तंत्र को झुकाया।

    नैनीताल, [जेएनएन]: नैनीताल में कोसी घाटी के बाशिंदों का जनांदोलन, साथ में "दैनिक जागरण" की मुहिम फिर रंग लाई है। वर्षों से अधर में लटका अल्मोड़ा व नैनीताल जनपद को जोड़ने वाले रतौडा पुल के लिये संघर्ष ने तंत्र को झुकाया।
    अब सेतु पर आवागमन में देरी का मुद्दा जोरशोर से उठा तो संसदीय सचिव एवं विधायक नैनीताल सरिता आर्या ने तुरत फुरत घाटी पहुंच बहुप्रतीक्षित रतौडा पुल जनता को समर्पित किया। आवाजाही शुरू होने से दोनों जिले जहां करीब आ गये हैं, वहीं सीमावर्ती दुर्गम गांवों को बडा लाभ मिला है।

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    दरअसल, लंबे जनांदोलन व जागरण की मुहिम के बाद कोसी नदी पर आठ वर्ष बाद तैयार रतौडा पुल पर बीती पांच अक्टूबर से आवागमन शुरू होना था। मगर इसमें देरी पर बीते रोज घाटी से सटे ग्रामीणों ने कोश्या कुटौली तहसील मुख्यालय (नैनीताल) में प्रदर्शन कर आवाज बुलंद की थी।
    इधर, दीपावली से एक दिन पूर्व विधायक नैनीताल सरिता आर्या व प्रशासनिक अधिकारियों ने लगभग सात करोड़ की लागत से बने कोसी नदी पर 95 मीटर लंबे मोटर पुल का पूजा अर्चना के बाद इसका शुभारंभ किया।
    विधायक सरिता के अनुसार पुल का विधिवत लोकार्पण दीपावली के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत करेंगे। फिलहाल पुल आवागमन के लिए खोल दिया गया है। इस दौरान अधीक्षण अभियंता डी एस नबियाल, उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार, सहायक अभियंता डीएस बचनाल, पुष्कर मेहरा आदि मौजूद रहे।

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    आंदोलनकारी बोले, धन्यवाद जागरण
    पुल निर्माण तथा आवागमन के लिये जोडे जाने के लिये आंदोलन का नेत्रत्व कर रहे आरटीआई कार्यकर्ता दिलीप सिंह बोहरा व प्रगतिशील किसान बिशन सिंह जंतवाल आदि ने दैनिक जागरण की मुहिम को धन्यवाद दिया है। बोहरा के अनुसार जागरण ने लगातार पुल से संबंधित खबरों को प्रकाशित कर बुनियादी सुविधा से वंचित गांवों की आवाज को उठा तंत्र को जगाने का काम किया है।

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