पागल बाबा ने युवक को मार डाला, कुत्ते को खिलाने लगा शव; बंदर संग चढ़ा छत पर
सप्तऋषि क्षेत्र में एक फक्कड़ बाबा ने युवक को लाठी से पीट-पीटकर मार डाला। हत्या के बाद वह शव को कुत्ते को खिलाने लगा। पुलिस ने जब उसे पकड़ने का प्रयास किया तो वह पत्थर बरसाने लगा।
हरिद्वार, [जेएनएन]: हरिद्वार में हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। साधु वेशधारी ने युवक की लोहे की छड़ से पीट-पीट कर हत्या कर डाली। आरोप है कि इसके बाद उसने शव का कुत्तों से नुचवाया। जब भीड़ ने कुत्तों को भगाकर आरोपी को घेरा तो वह छत पर चढ़ गया और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। हालांकि पुलिस शव कुत्तों से नुचवाने से इन्कार कर रही है। बाद में भीड़ ने पकड़कर बाबा की पिटाई की। पुलिस ने किसी तरह उसे छुड़ाया और गिरफ्तार कर लिया।
हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक (नगर) प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि घटना ठोकर नंबर 10 के समीप गंगा किनारे बस्ती की है। यहां मजदूर तबके के लोग रहते हैं। इन्हीं में से एक टीनशेड सुखदेव का है। पुलिस के अनुसार सुखदेव को 13 अप्रैल को किसी काम से हरियाणा जाना था। इससे पहले उसने अपने परिचित ग्राम समासी रणसिंहगढ़ जिला राजगढ़ (मध्य प्रदेश) निवासी परिचित फक्कड़ बाबा उर्फ पुरुषोत्तम पुत्र चतुर्भुज को यहां बुलाया। पुलिस के अनुसार बाबा नौ अप्रैल को यहां पहुंचा। उसके साथ पवन राठौर (24 वर्ष), जमुना प्रसाद और श्याम भारती भी थे। तीनों मध्यप्रदेश के ग्राम रसौड़ा पिपलिया थाना बौरा जिला राजगढ़ बियावरा के रहने वाले हैं। पुलिस के अनुसार जमुना प्रसाद गांव का सरपंच बताया जा रहा है।
एसपी सिटी ने बताया कि शुक्रवार रात भोजन के बाद चारों टीन शेड में सोने चले गए। तड़के तीन बजे पवन के चिल्लाने से जुमना प्रसाद की नींद खुली।उसने देखा कि पवन का चेहरा लहुलुहान है। इन लोगों ने इसकी सूचना पास में ही रहने वाली सुखदेव की बहन शारदा गिरि को दी। शारदा तत्काल पवन को लेकर पहले एक निजी क्लीनिक गई। वहां से चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद पवन को हायर सेंटर रेफर कर दिया। शारदा ने पुलिस को बताया कि उन्होंने तय किया सुबह पवन को किसी अन्य अस्पताल ले जाएंगे।
पुलिस के अनुसार सुबह करीब आठ बजे पवन को अस्पताल ले जाने की तैयारी की जा रही थी कि एकाएक पवन ने आरोप लगाया कि उस पर फक्कड़ बाबा ने हमला किया था। इतना सुनते ही बाबा क्रोधित हो उठा और यज्ञशाला के पास पड़ी लोहे की छड़ से पवन पर ताबड़तोड़ वार कर डाले। पवन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। आरोपी के साथियों का कहना है कि घटना से घबराकर जमुना प्रसाद भाग गया, जबकि श्यामभारती और शारदा गिरि के होश उड़ गए।
घटना के प्रत्यक्षदर्शी और पास में रहने वाले मोहन लाल ने बताया कि बाबा यहीं पर नहीं रुका। उसने आसपास के कुत्ते एकत्र कर शव पर छोड़ दिए। इस बीच भीड़ जमा हो गई तो बाबा डंडा व पत्थर लेकर टीनशेड की छत पर चढ़ गया। तब तक पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस को देखते ही उसने पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद वह नीचे उतरा तो भीड़ ने उसकी जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने उसे छुड़ाया और कोतवाली ले आई।
पूछताछ में बाबा ने बताया कि पवन तांत्रिक था और तंत्रमंत्र से उसका परिवार बर्बाद कर दिया। इस पर उसने उसे मार डाला। एसपी सिटी ने बताया कि अभी हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। मध्य प्रदेश पुलिस से संपर्क किया गया है और पवन के परिजनों को सूचना दे दी गई है। उन्होंने कहा कि परिजनों के आने पर ही पवन के बारे में और जानकारी मिल पाएगी। मामला रंजिश का भी हो सकता है। जमुना प्रसाद की भी तलाश की जा रही है।
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