खेल भावना से बनता है जीवन सार्थक: बाबा रामदेव
योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि खेल भावना से जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है। कहा कि इसी भावना से किए कार्य से राष्ट्र निर्माण होता है।
हरिद्वार, [जेएनएन]: पतंजलि योगपीठ के आचार्यकुलम परिसर में सीबीएसई राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस मौके पर योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि खेल भावना से जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है। कहा कि इसी भावना से किए कार्य से राष्ट्र निर्माण होता है।
शनिवार को दूसरे दिन प्रतियोगिताओं का शुभारंभ बाबा रामदेव, सीबीएसई के चेयरमैन राजेश कुमार चतुर्वेदी, सीबीएसई के सहसचिव मनोज श्रीवास्तव व प्रो. बीके त्रिपाठी ने किया। इसके बाद आचार्यकुलम के विद्यार्थियों ने स्वागत गान, योग नृत्य समेत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
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इस अवसर पर मुख्य अतिथि राजेश कुमार चतुर्वेदी ने राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता बाबा रामदेव के सानिध्य में करवाने को सौभाग्य बताया। कहा कि आचार्यकुलम की संकल्पना एवं वातावरण भावी राष्ट्र निर्माताओं की निर्माण स्थली जैसा है। इस मौके पर सीबीएसई की ओर से कार्यक्रम की जिम्मेदारी संभाल रहे तकनीकी प्रमुख तारकनाथ ने बताया कि राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में सीबीएसई के कुल 138 विद्यालयों के लगभग 1250 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।
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बालक- बालिका वर्ग की अलग-अलग प्रतियोगिता रखी गई है। बताया कि प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रा-छात्राओं में योग के प्रति जागरूकता पैदा करना है। प्रतियोगिता के लिए चार मैदान बनाए गए हैं। संस्थान के निदेशक एलआर सैनी ने उपस्थित लोगों का आभार जताया।
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तीस सेकंड में 15 आसन
योग प्रतियोगिता को दो श्रेणी व्यक्तिगत और टीम में बांटा गया है। आयोजन सचिव अमित कुमार ने बताया कि व्यक्तिगत श्रेणी में एक प्रतिभागी को स्टेज में 15 आसन करने होंगे, इसके लिए तीस सेकंड का समय निर्धारित किया गया है। वहीं, टीम इवेंट में प्रत्येक स्कूल से पांच छात्र प्रतिभाग करेंगे। प्रतिभागी स्टेज में जाकर 15 आसन में से पांच आसन करेंगे। इसके लिए एक मिनट का समय दिया गया है। दोनों श्रेणी में सूर्यनमस्कार करना जरूरी है।
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