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    गंगा में अवैध खनन के विरोध में बैठे स्वामी शिवानंद ने तोड़ा अनशन

    By BhanuEdited By:
    Updated: Mon, 07 Dec 2015 07:48 PM (IST)

    हरिद्वार। गंगा में वैध एवं अवैध खनन रोके जाने की मांग को लेकर अन्न त्यागने वाले मातृसदन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती के आगे आखिरकार शासन प्रशासन को झुकना ही पड़ा है। मांगों को लेकर प्रशासन के सकारात्मक रूख अख्तियार करने पर स्वामी शिवानंद ने तपस्या समाप्त कर दी।

    हरिद्वार। हरिद्वार। गंगा में वैध एवं अवैध खनन रोके जाने की मांग को लेकर अन्न त्यागने वाले मातृसदन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती के आगे आखिरकार शासन प्रशासन को झुकना ही पड़ा है। मांगों को लेकर प्रशासन के सकारात्मक रूख अख्तियार करने पर स्वामी शिवानंद ने तपस्या समाप्त कर दी है, जबकि ब्रहमचारी आत्मबोधानंद की 10वें दिन तक जारी तपस्या भी जूस पीने के बाद समाप्त हो गई है।
    मांगों को लेकर मातृसदन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद की तपस्या शुरू करने के बाद प्रशासनिक अमला हरकत में आया है। तपस्या के ठीक 12 घंटे के बाद सायं छह बजे उपजिलाधिकारी प्रत्यूष सिंह ने आश्रम पहुंचकर स्वामी शिवानंद से वार्ता की, जिसमें खनन न होने दिये जाने का आश्वासन दिया। साथ ही खनन निदेशक को पत्रलिखकर दिशा निर्देश मांगे हैं। इसके अलावा लक्सर व भोगपुर को कुंभ क्षेत्र में शामिल करने के लिए शहरी विकास विभाग को पत्र भेजने की बात कही। एसडीएम के आश्वासन के बाद स्वामी शिवानंद ने तपस्या समाप्ति की घोषणा की। साथ ही खनन के विरोध को लेकर अनशन कर रहे ब्रहमचारी आत्मबोधानंद को जूस पिलाकर तपस्या संपन्न कराई गई। इसकी पुष्टि एसडीएम प्रत्यूष सिंह ने की।
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