उत्तराखंड रोडवेज की हड़ताल खत्म, सरकार के साथ हुआ समझौता
उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रदेश व्यापी कार्य बहिष्कार से पूरे प्रदेश में बसों का संचालन दोपहर से पहले तक ठप रहा। हालांकि सरकार से समझौते के बाद हड़ताल खत्म हो गई है।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रदेश व्यापी कार्य बहिष्कार से पूरे प्रदेश में बसों का संचालन शुक्रवार को दोपहर से पहले तक ठप रहा। लेकिन समझौते के बाद रोडवेज यूनियन ने हड़ताल वापस ले ली। सुबह प्रदेश के सभी 21 डिपो में कर्मचारी यूनियन के कार्यकर्ताओं ने बसों का संचालन होने नहीं दिया।
शुक्रवार सुबह 10 बजे तक पूरे प्रदेश में 25% बसों का संचालन हुआ। हड़ताल को लेकर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केदारनाथ से मामले का संज्ञान लिया।
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मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तराखंड परिवहन मंत्री नवप्रभात, एमडी बीके संत, महाप्रबन्धक संचालन दीपक जेन समेत यूनियन के पदाधिकारियों की विधानसभा में बुलाई 12 बजे आपात बैठक बुलाई गई। जिसमें नवप्रभात और रोडवेज अधिकारियों के साथ हड़ताली यूनियन में समझौता हुआ। आउट सोर्स चालक परिचालकों को नियमित करने का प्रस्ताव विधानसभा की उपसमिति की बैठक में लाया जाएगा।
तब तक आउट सोर्स के किसी नए कर्मचारी की भर्ती नहीं होगी। 300 नियमित चालकों की भर्ती पर फिलहाल रोक लगी रहेगी। हड़ताल वापिस होते ही प्रदेश में सभी बसों का संचालन शुरू हुआ।
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उल्लेखनीय है कि आउट सोर्स के लगभग 2800 चालक-परिचालक और तकनीकी संवर्ग के रोडवेज कर्मचारी लंबे समय से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं। कर्मियों में बड़ी संख्या ऐसी भी हैं जो आउट सोर्स में 12-13 साल से सेवाएं दे रहें हैं लेकिन नियमित नहीं हुए। यूनियन ने एक सितंबर से तीन दिवसीय हड़ताल का एलान किया था।
लेकिन परिवहन मंत्री नवप्रभात के बेटे का निधन होने के कारण हड़ताल 15 दिन के लिए स्थगित कर दी गई और 16 से 18 सितंबर तक तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार व हड़ताल का ऐलान किया था।
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