दिल्ली में फिर गूंजा पीडीएफ का मुद्दा, किशोर उपाध्याय ने राहुल गांधी को दी प्रदेश की जानकारी
पीडीएफ के मुद्दे की गूंज दिल्ली में भी सुनाई दी। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की गुरुवार को दिल्ली में किसान रैली में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस संगठन को पूरी तवज्जो मिली।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रदेश में सरकार और कांग्रेस संगठन के बीच दूरी की वजह बने पीडीएफ के मुद्दे की गूंज दिल्ली में भी सुनाई दी। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की गुरुवार को दिल्ली में किसान रैली में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस संगठन को पूरी तवज्जो मिली।
प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने राहुल गांधी और प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी को पीडीएफ के साथ ही प्रदेश के सियासी हालात की जानकारी भी दी। वहीं, दिल्ली पहुंचने के बावजूद मुख्यमंत्री हरीश रावत किसान रैली में शामिल नहीं हो सके। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि पीडीएफ हमारा मजबूत सहयोगी है। उसका साथ आगे भी बना रहेगा।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की दिल्ली में किसान रैली के दौरान प्रदेश सरकार के बजाए संगठन को ज्यादा तरजीह मिली। गुरुवार को किसान रैली के समापन के मौके पर राहुल गांधी जिस बस में थे, नई दिल्ली में विजय चौक पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय उसमें सवार होकर रैली समापन स्थल तक पहुंचे। इस दौरान कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी भी साथ रहीं। सूत्रों के मुताबिक राहुल और अंबिका ने उत्तराखंड के सियासी हालात और संगठन की जानकारी किशोर उपाध्याय से ली।
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पीडीएफ को लेकर प्रदेश संगठन का पक्ष भी केंद्रीय नेताओं के समक्ष रखा गया। प्रदेश अध्यक्ष ने राज्य के किसानों की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन राहुल गांधी को सौंपा। उन्होंने राहुल से राज्य के किसानों के हितों के लिए संघर्ष का आग्रह किया। ज्ञापन में गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को केंद्र की भाजपा नीत सरकार की ओर से वायदा पूरा नहीं करने, पर्वतीय खेती को प्रोत्साहन देने और केंद्र सरकार की सेवाओं में उत्तराखंड को आरक्षण देने की मांग की गईं।
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रैली में मुख्यमंत्री हरीश रावत शामिल नहीं हो पाए। मुख्यमंत्री दिल्ली पहुंचे थे, लेकिन बताया गया कि रैली के कार्यक्रम में विलंब होने से मुख्यमंत्री अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक अल्मोड़ा अपने पैतृक गांव मोहनरी के लिए रवाना हो गए। राहुल गांधी से बिना मिले ही उनके लौटने से सियासी हलकों में चर्चाएं गरम रहीं। हालांकि, दिल्ली में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ही किसानों के लिए काम किया है। राहुल गांधी का कार्यक्रम उत्तराखंड में भी बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीडीएफ हमारा मजबूत साथी है। उसका साथ आगे भी बना रहेगा। मुख्यमंत्री ने दिल्ली में पीडीएफ पर अपना रुख एक बार फिर साफ कर प्रदेश संगठन की आपत्तियों को सिरे से नकार दिया।
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