हंगामे के बीच नगर निगम बोर्ड ने पारित किया स्मार्ट सिटी का प्रस्ताव
भारी हंगामे व शोर शराबे के बीच नगर निगम बोर्ड की बैठक में स्मार्ट सिटी का प्रस्ताव पारित कर दिया गया। इसके अब स्मार्ट सिटी बनने की राह आसान होती नजर आ रही है।
देहरादून। भारी हंगामे व शोर शराबे के बीच नगर निगम बोर्ड की बैठक में स्मार्ट सिटी का प्रस्ताव पारित कर दिया गया। इसके अब स्मार्ट सिटी बनने की राह आसान होती नजर आ रही है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के स्थान को लेकर विभिन्न संगठन पहले से ही विरोध कर रहे हैं। इसके लिए एमडीडीए ने 1200 एकड़ भूमि का प्रस्ताव तैयार कर दिया था।
चाय बागान क्षेत्र में प्रस्तावित स्मार्ट सिटी के विरोध को देखते सरकार बैकफुट पर आई ओर मुख्यमंत्री ने पहले चरण में सिर्फ 350 एकड़ भूमि पर नोलेज सिटी का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
सरकार ने तय किया कि अगले तीन चरणों पर वर्ष 2017 के चुनाव के बाद बनने वाली सरकार फैसला लेगी। साथ ही इसके लिए अन्य स्थान पर विकल्प भी तलाशे जा रहे हैं।
स्मार्ट सिटी को लेकर बुलाई गई नगर निगम बोर्ड की बैठक में भाजपा के पार्षदों ने मुख्यमंत्री के बयान को लेकर काफी हंगामा काटा। आरोप है कि मुख्यमंत्री ने स्मार्ट सिटी को केंद्र का नाजायज बच्चा बताया और कहा कि केंद्र ने इसे उत्तराखंड की झोली में डाल दिया।
पार्षदों का कहना था कि मुख्यमंत्री का बयान उनकी गरिमा के अनुरूप नहीं है। उनके बयान की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। इस मौके पर आवास विकास प्राधिकरण ने स्मार्ट सिटी संबंधी प्रोजेक्ट का प्रस्तुतिकरण भी किया।
स्मार्ट सिटी के नोडल अधिकारी आर मिनाक्षी सुंदरम ने बताया कि स्मार्ट सिटी से प्राप्त आए को नगर निगम के पुराने क्षेत्र के विकास में लगाया जाएगा। इस मौके पर मेयर विनोद चमोली, एमएनए नितिन भदौरिया, रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ भी मौजूद थे।
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