उत्तराखंड में मौसम विभाग की चेतावनी, अगले 72 घंटे होगी भारी बारिश
राज्य मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने से उत्तराखंड में जोरदार बारिश की संभावना बनी है। अगले 72 घंटे भारी हो सकते हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: मानसून की रफ्तार तेज होने के साथ ही अगले तीन दिन उत्तराखंड पर भारी गुजर सकते हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर गौर करें तो कल शाम से 72 घंटे आगे नौ जिलों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। इसे देखते हुए सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
इस बीच सूबे में आज सड़कों के खुलने व बंद होने का क्रम जारी रहा। चारधाम यात्रा पर भी मौसम का असर पड़ा है। केदारनाथ राजमार्ग गौरीकुंड व सोनप्रयाग के मध्य बाधित हो गया है। इससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कुमाऊं मंडल में किरोड़ा नाला के उफान पर आने से इलाके के बच्चे आज स्कूल नहीं जा पाए।
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राज्य मौसम केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार पंजाब से बंगाल की खाड़ी तक बनी द्रोणी (लो प्रेशर लाइन) के साथ ही पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने से उत्तराखंड में जोरदार बारिश की संभावना बनी है। उन्होंने बताया कि आज शाम से 72 घंटे आगे उत्तरकाशी, देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल व चंपावत जिलों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है।
अन्य जिलों में भी हल्की से मध्यम वर्षा का सिलसिला चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना के मद्देनजर 15 व 16 जुलाई को विशेष सतर्कता बरते जाने की जरूरत है।
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इस बीच राज्य में आज अनेक स्थानों पर बदरा बरसे। कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश हुई। इससे दिक्कतें भी पेश आईं। गढ़वाल मंडल के तमाम संपर्क मार्गों के बाधित होने से ग्रामीण इलाकों में लोगों को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं, केदारनाथ राजमार्ग के गौरीकुंड व सोनप्रयाग के मध्य बाधित होने से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। मार्ग को खोलने के प्रयास जारी हैं।
बच्चे नहीं जा पाए स्कूल
उधर, कुमाऊं मंडल में बीती रात हुई बारिश से आज सुबह पूर्णागिरि मार्ग पर बाटनागाड़ में भारी मलबा आने से मार्ग बाधित हो गया। हालांकि, मार्ग को खोलने के प्रयास शुरू कर दिए गए, लेकिन शाम तक इसमें सफलता नहीं मिल पाई थी। यही नहीं, किरोड़ा नाले के उफान पर आने से गैड़ाखाली, उचौलीगोठ, थ्वालखेड़ा कई गांवों का संपर्क कट गया। नाले के उफान के चलते टनकपुर क्षेत्र के स्कूलों में पढ़ने वाले क्षेत्र के बच्चे स्कूल नहीं जा पाए।
तीन स्कूल भवन हुए क्षतिग्रस्त
पिथौरागढ़ के गंगोलीहाट में वर्षा से तीन स्कूल भवन क्षतिग्रस्त हो गए। धारचूला में भी एक स्कूल खतरे की जद में है। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने फिलहाल गांवों के जनमिलन केंद्रों में विद्यालय संचालित करने की व्यवस्था की है।
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