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    उत्‍तराखंड चारधाम यात्रा में मौसम का खलल बरकरार, नहीं थमी आफत

    By sunil negiEdited By:
    Updated: Mon, 04 Jul 2016 09:50 AM (IST)

    नंदप्रयाग और चमोली के मध्य मलबा आने से बाधित बदरीनाथ राजमार्ग पर तीसरे दिन भी आवाजाही शुरू नहीं हो पाई। हालांकि, बदरीनाथ व रुद्रप्रयाग के बीच कल शाम वैकल्पिक मार्ग खोल दिए गए।

    देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में वर्षा का क्रम तीसरे दिन भी जारी रहा। हालांकि, कल वर्षा में कुछ कमी रही, लेकिन मुसीबतें बरकरार हैं। खासकर, चारधाम यात्रा पर इसका असर पड़ा है। नंदप्रयाग और चमोली के मध्य मलबा आने से बाधित बदरीनाथ राजमार्ग पर तीसरे दिन भी आवाजाही शुरू नहीं हो पाई।
    हालांकि, बदरीनाथ व रुद्रप्रयाग के बीच कल शाम वैकल्पिक मार्ग से वाहनों की आवाजाही शुरू करा दी गई। इसके साथ ही बदरीनाथ मार्ग के यात्रा पड़ावों पर रुके यात्रियों को गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया। केदारनाथ राजमार्ग सोनप्रयाग और गौरीकुंड के मध्य बंद हो गया। अलबत्ता, गंगोत्री और यमुनोत्री राजमार्ग खुले हुए हैं।

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    बस्तड़ी गांव में मलबे से निकाला एक शव

    दूसरी ओर, पिथौरागढ़ और चमोली में बादल फटने के बाद लापता लोगों की तलाश का कार्य जारी है। पिथौरागढ़ के बस्तड़ी में मलबे में दबा एक शव बरामद किया गया। इसके साथ ही मृतक संख्या बढ़कर अब 16 हो गई है। 18 लोग अभी भी लापता हैं। बता दें कि एक जुलाई को आई आपदा में दोनों जिलों में 39 लोग लापता हो गए थे, जिनमें से पांच घायलों का उपचार चल रहा है। पिथौरागढ़ के लिए एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीम और डॉग स्क्वॉड भेजा जा रहा है।

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    वहीं, राज्यभर में भूस्खलन और मलबा आने से बंद हुए 284 मार्गों में से 110 को यातायात के लिए खोल दिया गया है। 174 मार्ग अभी भी बंद हैं, जिस कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शासन द्वारा कुमाऊं मंडल के लिए एक वैली ब्रिज व चार फोल्डिंग ब्रिज भेजे जा रहे हैं।
    इसके अलावा चार ट्रॉली भी वैकल्पिक व्यवस्था के लिए मुहैया कराई जा रही हैं। अतिवृष्टि से आधा दर्जन भवन क्षतिग्रस्त होने के साथ ही सड़क, पेयजल, विद्युत योजनाओं को भी भारी नुकसान पहुंचा है।

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    बदरीनाथ हाइवे पर फिर आया भारी मलबा
    चमोली जिले में मुसीबत थमने का नाम नहीं ले रही। बारिश के चलते बदरीनाथ हाइवे पर बाजपुर में कल फिर भारी मलबा आ गया। जिसने पहले से ही बंद मार्ग को खोलने में जुटे सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की मुसीबतें और बढ़ा दी हैं।
    हालांकि, शाम को नंदप्रयाग-कोठियालसैंण संपर्क मार्ग को छोटे वाहनों के लिए खोल दिए जाने के बाद बदरीनाथ व हेमकुंड साहिब जाने वाले यात्रियों ने राहत की सांस ली। प्रशासन ने जल्द ही बदरीनाथ हाइवे को भी खोलने का दावा किया है। जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने बताया कि हाइवे बंद होने के कारण यात्री सेना व एसडीआरएफ के जवानों की मदद से पगडंडियों के सहारे आवाजाही कर रहे थे। लेकिन, नंदप्रयाग-कोठियालसैंण संपर्क मार्ग पर आवाजाही शुरू होने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है।

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    आपदा से आगे खिसका विधानसभा सत्र
    प्रदेश में अतिवृष्टि से आई आपदा में विधायकों और मंत्रियों की प्रभावित क्षेत्रों में व्यस्तता के चलते चार जुलाई से प्रस्तावित दो दिनी विधानसभा सत्र को आगे खिसकाने का मंत्रिमंडल ने फैसला लिया है। मंत्रिमंडल की 21 व 22 जुलाई को सत्र आहूत करने की सिफारिश को विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने स्वीकार कर लिया। उधर, मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल की बैठक में आपदा राहत कार्यों की समीक्षा की।

    सोनिया गांधी ने जाना उत्तराखंड का हाल
    कल सुबह करीब 9:50 बजे कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सीएम हरीश रावत को फोन कर उत्तराखंड का हाल जाना। उन्होंने आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से राहत बचाव कार्य चालने के निर्देश दिए। यह जानकारी सीएम हरीश रावत के मीडिया सलाकार सुरेंद्र कुमार ने दी।

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