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    परिवारवाद के मुद्दे पर किशोर ने सीएम समेत कई दिग्गजों को घेरा

    By BhanuEdited By:
    Updated: Thu, 22 Dec 2016 07:20 AM (IST)

    कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि एक परिवार से एक व्यक्ति को ही टिकट मिलना चाहिए, अन्यथा कांग्रेस परिवार के अन्य सदस्यों के साथ नाइंसाफी हो जाएगी।

    देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय एक बार फिर मन की बात कह तो गए, लेकिन इसके निशाने पर मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत उनकी कैबिनेट के कई वरिष्ठ मंत्री निशाने पर आ गए हैं। किशोर ने कहा कि एक परिवार से एक व्यक्ति को ही टिकट मिलना चाहिए, अन्यथा कांग्रेस परिवार के अन्य सदस्यों के साथ नाइंसाफी हो जाएगी।
    विधानसभा चुनाव के मौके पर किशोर के इन बोलों ने परिवार को टिकट की दौड़ में आगे बढ़ाने में जुटे दिग्गजों को असहज कर दिया है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार के साथ ही संगठन को भी मजबूती देने के मुद्दे पर गाहे-बगाहे तल्ख तेवर, मंत्रियों समेत पार्टी विधायकों को संपत्ति का ब्योरा देने, विधायकों और दायित्वधारियों से गनर वापस लेने समेत कई मामलों में अलहदा स्टैंड लेकर किशोर चौंका चुके हैं।

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    संगठन पर सरकार के संकटमोचक पीडीएफ को तरजीह दिए जाने के मुद्दे को हाईकमान के सामने पुरजोर तरीके से उठाने से उन्होंने गुरेज नहीं किया। प्रदेश कांग्रेस के मुखिया ने अब विधानसभा चुनाव में पार्टी टिकटों पर दिग्गजों के खुद के साथ ही परिवार के लिए भी किए जा रहे दावे पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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    पत्रकारों से बातचीत में किशोर उपाध्याय ने एक परिवार से सिर्फ एक ही व्यक्ति को टिकट देने की पैरोकारी की। उन्होंने ये भी जोड़ा कि ऐसा होने से आम कांग्रेस परिवार के सदस्य को न्याय मिल सकेगा। हालांकि, उन्होंने इसे अपनी निजी राय बताया। अपनी इस राय को वह पार्टी हाईकमान के सामने भी रखेंगे।
    किशोर के इस सियासी तीर के निशाने की जद में सरकार के मुखिया हरीश रावत भी आ गए हैं। मुख्यमंत्री के कुनबे, खासतौर पर पुत्री-पुत्रों को कई विधानसभा क्षेत्रों में टिकट का दावेदार माना जाता है।

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    हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र से तो मुख्यमंत्री की पुत्री को टिकट देने के लिए पार्टी के भीतर से ही आवाज उठनी शुरू हो गई है। वहीं कैबिनेट मंत्रियों इंदिरा हृदयेश और यशपाल आर्य पर परिवार के सदस्यों को टिकट दिए जाने के लिए दबाव बनाने के आरोप लगते रहे हैं। परिवार को आगे बढ़ाने की यह छटपटाहट अन्य मंत्रियों में भी दिखाई दे रही है। किशोर के तीर की जद में कई निशाने हैं।
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