रेल बजट में उत्तराखंड को पांच सांसद देने की मिली सजा : सीएम हरीश रावत
रेल बजट में राज्य की झोली खाली रहने पर कांग्रेस सरकार और सत्तारूढ़ दल ने केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर जमकर हमला बोला है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि रेल बजट में उत्तराखंड की उपेक्षा दु:खद है।
देहरादून। रेल बजट में राज्य की झोली खाली रहने पर कांग्रेस सरकार और सत्तारूढ़ दल ने केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर जमकर हमला बोला है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि रेल बजट में उत्तराखंड की उपेक्षा दु:खद है। राज्य की जनता को यहां से पांच सांसद देने की सजा दी जा रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि रेल बजट में प्रदेश को न्याय नहीं दिला पाने वाले भाजपा के पांचों सांसदों और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट को पदों पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है।
रेल बजट पर प्रतिक्रिया में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश में रेल संबंधी आवश्यकताओं से रेल मंत्री को कई बार अवगत कराने के बावजूद उत्तराखंड का जिक्र तक नहीं किया गया। प्रदेश की महत्वपूर्ण सामरिक स्थिति देखते हुए यहां के रेल प्रोजेक्ट बहुत महत्वपूर्ण थे, परंतु इसकी पूरी तरह अनदेखी की गई। केंद्र सरकार के पहले दो वर्षों में राज्य को निराशा हाथ लगी है। भाजपा के पांचों सांसदों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि राज्य को इसकी सजा मिल रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि रेल बजट में देवभूमि की जनता की आशाओं पर तुषारापात हुआ है। पिछले रेल बजट में चार धामों को रेल सेवा से जोड़ने के लिए जुमले का प्रयोग हुआ था, इस बजट में पुष्टि हो गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने रेल बजट में राज्य की जनता को न्याय दिलाने की कोशिश करने का दावा किया था। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेल बजट के नाम पर शुगर कोटेड पोटेशियम साइनाइड जनता के सामने परोसा है। मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने भाजपा के पांचों सांसदों से इस्तीफा देने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सांसद मंत्री पद की दौड़ में व्यस्त रहे, जिस वजह रेल बजट में राज्य को कुछ नहीं मिल सका।
पढ़े:-'प्रभु' ने किया निराश, खाली रही उत्तराखंड की झोली