उजबेक महिला रूबिया के सेक्स रैकेट से जुड़े होने की आशंका
महाराजगंज में नेपाल के सोनौली बार्डर पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की चेकिंग में गिरफ्तार उजबेक महिला रूबिया बानो खासियानोव के मामले को खुफिया एजेंसियों ने गंभीरता से लिया है।
वाराणसी (जेएनएन)। महराजगंज बार्डर से बिना वीजा के भारत में प्रवेश करने वाली उजबेक महिला के सेक्स रैकेट से भी जुड़े होने की आशंका है। उजबेक महिला के बुर्का में भारत में प्रवेश करने के मामले को भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने काफी गंभीरता से लिया है।
प्रदेश के महाराजगंज में नेपाल के सोनौली बार्डर पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की चेकिंग में पिछले दिनों गिरफ्तार उजबेक महिला रूबिया बानो खासियानोव के मामले को खुफिया एजेंसियों ने गंभीरता से लिया है।
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पहले तो महिला के सैक्स रैकेट से जुड़े होने की आशंका जताई गई थी लेकिन बाद में आतंकी कनेक्शन समेत अन्य पहलुओं पर भी जांच का निर्णय लिया गया।
केंद्रीय खुफिया विभाग के साथ एक स्थानीय एटीएस की टीम परसों ही नेपाल सीमा पर हुई। सीमा पर होने वाली हर गतिविधि को इस समय बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है और उसकी विस्तृत जांच कराई जा रही है।
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उल्लेखनीय है कि एसएसबी ने नेपाल की तरफ से आ रही एक बुर्काधारी महिला को शक के आधार पर रोका था। उसके साथ जावेद सिद्दीकी उर्फ बबलू नामक युवक भी था। विदेशी महिला को स्थानीय युवक संग देख कड़ाई से पूछताछ की गई तो चौंकाने वाली जानकारी मिली। महिला का कहना था कि वह दिल्ली जा रही थी। वहां संजीव नामक व्यक्ति के पास जाना था। स्थानीय युवक को सीमा पार कराने के लिए भेजा गया था। पासपोर्ट से इसकी पुष्टि हुई कि महिला उजबेकिस्तान की है लेकिन भारत का वीजा नहीं था।
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इस बात की जानकारी फौरन प्रदेश मुख्यालय और दिल्ली भेजी गई जहां से मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए गए। फिलहाल महिला का विदेशी अधिनियम की धारा के तहत चालान कर दिया गया है। खुफिया सूत्रों की मानें तो महिला ने कई अहम जानकारी दी है। उसका कहना था कि नेपाल के रास्ते से पहले भी उजबेकिस्तान की महिलाएं आती रही हैं।
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कुछ दिनों तक दिल्ली और देश के दूसरे प्रदेशों में प्रवास के बाद इसी रूट से वापसी हो जाती हैं। खुफिया एजेंसियों के निशाने पर कई सफेदपोश हैं। गोपनीय ढंग से उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
पहले से होता रहा नेपाल रूट का इस्तेमाल
लंबे समय से नेपाल सीमा से भारी मात्र में नकली भारतीय करेंसी आती रही है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी देश की अर्थव्यवस्था चौपट करने की खातिर नकली नोट भेजती है। सीमा पर बढ़ी चौकसी के चलते इन दिनों बांगलादेश के रास्ते नकली नोटों का कारोबार शुरू हो गया है।
नेपाल के रास्ते फरार हुए थे आतंकी
वाराणसी में कचहरी ब्लास्ट समेत देश के कई हिस्सों में आतंकी वारदात को अंजाम देने वाले इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े आजमगढ़ के संदिग्धों ने फरार होने के लिए नेपाल रूट का इस्तेमाल किया था। खुफिया एजेंसियों को जांच में पता चला था कि नेपाल से नकली पासपोर्ट पर बड़ा साजिद, डा. शाहनवाज, खालिद समेत पांच संदिग्ध पाकिस्तान चले गए थे। बाद में सभी आइएस से जुड़ गए। इनमें से एक के सीरिया में मारे जाने की अफवाह भी उड़ी थी लेकिन पुष्टि नहीं हो सकी।
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