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सऊदी अरब से वाट्सएप पर दिया तलाक, मौलवी नहीं मान रहे जायज

सदर थाना क्षेत्र के ग्राम महदेवा निवासी मोहम्मद फरीद ने सऊदी अरब से पत्नी को वाट्स एप के जरिये तलाक भेज दिया। इस तरह के तलाक को मौलवी लोग जायज नहीं मानते हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 21 Aug 2016 10:43 AM (IST)Updated: Sun, 21 Aug 2016 11:33 AM (IST)

सिद्धार्थनगर (जेएनएन)। सउदी अरब से एक युवक ने यहां के गांधी नगर में अपने मायके में रह रही तस्नीम नामक युवती वाट्स एप पर तलाक दे दिया है। इससे आहत पीडि़ता दो बच्चों के साथ इंसाफ के लिए इधर-उधर भटक रही है।

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तस्नीम की तहरीर पर हालांकि तीन वर्ष पूर्व पहले सिद्धार्थनगर पुलिस ने पति मो. फरीद, ससुर मो.जमील, सास सैक्लून्निशां, देवर, नसीर, मो.समीर, ननद मरियम के विरुद्ध दहेज प्रतिषेध अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया था।

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तस्नीम के तलाक का मामला जून का है, मगर यह चर्चा में कल आया। 24 जून को सदर थाना क्षेत्र के ग्राम महदेवा निवासी मोहम्मद फरीद ने सऊदी अरब से पत्नी को वाट्स एप के जरिये तलाक भेज दिया। इस तरह के तलाक को मौलवी लोग जायज नहीं मानते हैं। इनकी राय में वाट्स एप पर तलाक नहीं दिया जा सकता।

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सदर थाना क्षेत्र के ग्राम महादेवा के मोहम्मद फरीद सऊदी अरब के एक विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। उनकी शादी पांच वर्ष पहले तस्नीम के साथ हुई थी। तस्नीम के पिता रिजवानुल हक के अनुसार शादी के बाद से ही फरीद के घर वाले दहेज को लेकर उनकी पुत्री को परेशान करते थे, जबकि उन्होंने फरीद को पीएचडी कराई।

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तस्नीम को तीन वर्ष का एक बेटा और तीन माह की एक बेटी है। बेटा दिव्यांग है। उसके इलाज के लिए तीन माह पहले तस्नीम दिल्ली गई हुई थी। वहां फरीद की मां और देवर ने उसे मारपीट कर अकेला छोड़ दिया। किसी तरह से वह घर आई और अब पति मोबाइल पर तलाक भेज दिया।

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पीडि़ता के भाई इमरान का कहना है कि इसे लेकर वह पिछले कई दिनों से थाने का चक्कर लगा रहे हैं, मगर अभी तक पुलिस इस मसले पर गंभीर नहीं दिख रही। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी फरीद के परिवार वालों ने उनके भाइयों के साथ मारपीट की थी। तब 22 अक्टूबर 2013 को तस्लीम की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया।

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थानाध्यक्ष के मुताबिक इस मामले में दोनो पक्षों के बीच सुलह भी कराया गया था। अब तो सीओ सदर मामले की विवेचना कर रहे हैं। आरोपी फरीद का पासपोर्ट निरस्त करने के लिए लिखा पढ़ी की गई है।

पति फरीद के सऊदी अरब से वाट्स एप के जरिये भेजे गए तलाकनामे में कहा गया है कि वह पत्नी और उसके मायके वालों से बहुत उत्पीडि़त हुआ है। फरीद ने कहा कि वह तलाकनामे की मूल प्रति डाक एवं ईमेल से भी भेज रहा है।


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