अखिलेश और 'बुआ' आए करीब, पटना की रैली में होंगे साथ
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी तथा उसकी कट्टर दुश्मन मानी जाने वाली बहुजन समाज पार्टी में नजदीकी बढ़ रही है।
मैनपुरी (जेएनएन)। भारतीय जनता पार्टी के कभी बेहद करीब रहने के कारण सरकार बना चुकीं बहुजन समाज पार्टी की मुखिया की करीबी अब भतीजे (अखिलेश यादव) के साथ बढ़ रही है। इसका संकेत कल अखिलेश यादव ने मैनपुरी के करहल में दिया है।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी तथा उसकी कट्टर दुश्मन मानी जाने वाली बहुजन समाज पार्टी में नजदीकी बढ़ रही है। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो को बुआ के रूप में संबोधित करने वाले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनी बुआ मायावती के साथ पटना में लालू प्रसाद यादव की रैली में पहली बार सार्वजनिक मंच पर आएंगे।
अखिलेश यादव ने कल बताया कि समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस और अन्य दलों को 27 अगस्त को राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू यादव के नेतृत्व में होने जा रही पटना रैली में बुलाया गया है। उन्हें न्योता मिल चुका है, वह जाएंगे। बसपा नेताओं को बुलाया गया है, वह (मायावती) भी जाएंगी। बसपा की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया तो नहीं आई है लेकिन हाल के बसपा सुप्रीमो के बयानों पर गौर किया जाए तो उन्होंने यही संकेत दिया है कि बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए वह सपा और कांगेस से गठबंधन कर सकती हैं।
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उन्होंने कहा कि इस रैली में ही हम सब मिलकर भाजपा के खिलाफ 2019 लोकसभा चुनाव लडऩे की रणनीति तैयार करेंगे। यह रैली देश की राजनीति की भी नई दिशा तय करेगी। राष्ट्रपति चुनाव के सवाल को लेकर कहा कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी नेताओं की एकजुट होने के लिए बैठक हो चुकी है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी का साथ वह कभी नहीं छोड़ेंगे।
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प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि भाजपा के काल में अपराधों का ग्राफ बढ़ा है। मथुरा, आगरा, इटावा, मैनपुरी, बिजनौर, सहारनपुर जैसे शहरों में व्यापारी लूटे और मारे जा रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि प्रदेश में अपराध खत्म करने का आश्वासन देने वाले योगी अब क्यों कोई मंत्र नहीं फूंक देते।
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विधानसभा चुनाव के दौरान कन्नौज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान कि 'जो पिता का नहीं वह किसी का नहीं' के बाद मुलायम के बयान कि मोदी की टिप्पणी के कारण सपा हारी, इस पर अखिलेश यादव का कहना है कि दरअसल, प्रधानमंत्री और नेता जी ने जो कहा वो उनके शब्द नहीं थे। किसी के समझाने पर मोदी और नेता जी ने यह सारी बात कही।
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