प्रत्याशी घोषित करने में आगे रही सपा लेकिन कांग्रेस-भाजपा से प्रचार में पिछड़ी
नगरीय निकाय चुनाव के लिहाज से सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। प्रशासन भी अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगा है।
लखनऊ (जेएनएन)। नगरीय निकाय चुनाव के लिहाज से सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। प्रशासन भी अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगा है। हालांकि सबसे पहले प्रत्याशी घोषित करने वाली समाजवादी पार्टी अभी तक अपनी प्रचार रणनीति नहीं तय कर सकी है जबकि भाजपा और कांग्रेस ने अपनी प्रचार की नीति को अंतिम रूप दे दिया है।
भाजपा ने पार्टी का संकल्प पत्र और कांग्रेस ने अपने स्टार प्रचारक जारी कर दिए हैं। जारी कर दिया है। प्रशासन ने चुनाव कराने से जुड़ी सारी सुरक्षा तैयारियां कर लीं हैं। सपा सूत्रों के अनुसार अखिलेश यादव के लखनऊ से बाहर होने की वजह से रविवार को सूची नहीं जारी की जा सकी। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी के अनुसार जल्द ही प्रचार अभियान में शामिल नेताओं के नाम जारी कर दिए जाएंगे।
भाजपा का 28 सूत्रीय संकल्प पत्र जारी
भाजपा ने तो आज अपना चुनावी घोषणापत्र भी जारी कर दिया है। इसे संकल्प पत्र नाम दिया गया है। संकल्प पत्र में नगरीय क्षेत्र में जनता को बुनियादी सुविधा पेयजल, सफाई, पार्क आदि में बेहतरी का दावा किया गया है। इसमें 13 शहर स्मार्ट सिटी और 61 अमृत योजना की बात है। 16 नगर निगमों में गौशाला के साथ पुरानी कांजी हाउस की व्यवस्था और आठ महानगरों में मेट्रो के लिए डीपीआर और सर्वे का काम है। रीजनल एयर कनेक्टिविटी पर काम, शहरों के एयर स्ट्रिप का विकास को उपलब्धि के तरह प्रस्तुत किया गया है। सभी 75 जिलों के लिए वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रॉडक्ट की नीति लाने का वादा किया गया है। यह एक परंपरागत उत्पाद के ब्रैंडिंग और उत्पादन पर केंद्रित होगी।
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कांग्रेस स्टार प्रचारकों की सूची
फिल्म अभिनेत्री नगमा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया व जितिन प्रसाद, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, श्रीप्रकाश जायसवाल, आरपीएन सिंह, दीपेन्दर सिंह हुड्डा, राशिद अल्वी और बिहार के विधायक शकील अहमद खान, गुलाम नबी आजाद, राजबब्बर, निर्मल खत्री, प्रमोद तिवारी, संजय सिंह, पीएल पुनिया, राजीव शुक्ला, परवेज हाशमी, डॉ. अम्मार रिजवी, राजेश मिश्रा, अजय कुमार लल्लू, बादशाह सिंह, इमरान मसूद, ध्रुव राम लोधी व मसूद अख्तर, रिजवान जहीर, अजय राय कांग्रेस के स्टार प्रचारक होंगे।
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45 कंपनी केंद्रीय बल
चुनाव के दौरान प्रदेश में 45 कंपनी केंद्रीय बल भी रहेगा। केंद्रीय बल को चुनाव ड्यूटी में तो नहीं लगाया जाएगा लेकिन राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उसे अति संवेदनशील व संवेदनशील जिलों में तैनात किया जाएगा। केंद्रीय बल के लिए पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखने के बाद शनिवार को राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल भी उनसे मिले।
शांतिपूर्ण, निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव के लिए आयोग ने वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक कर चुनाव में राज्य का अधिकतम बल लगाने के निर्देश दिए हैं। अमूमन निकाय चुनाव के लिए राज्य को केंद्रीय बल नहीं मिलता है लेकिन कानून-व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखकर 60 कंपनी केंद्रीय बल मांगा था। इसमें 20 कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और शेष केंद्रीय बल देने का अनुरोध था। कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते गृहमंत्री ने राज्य को 45 कंपनी केंद्रीय बल मुहैया कराने को कहा है।
47 जिले संवेदनशील
राज्य सरकार चुनाव के लिहाज से लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, बिजनौर, सम्भल, मुरादाबाद, बरेली, कानपुर नगर, बहराइच, गोंडा, फैजाबाद, इलाहाबाद, आजमगढ़ व मऊ समेत 21 जिले अतिसंवेदनशील हैं। 26 जिले सहारनपुर, गाजियाबाद, हापुड़, अमरोहा, रामपुर, बदायूं, कासगंज, फीरोजाबाद, शाहजहांपुर, पीलीभीत, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, अमेठी, प्रतापगढ़, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, अंबेडकरनगर, संत कबीर नगर, जौनपुर, भदोही, गाजीपुर, कुशीनगर व चित्रकूट संवेदनशील हैं।
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